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India News (इंडिया न्यूज),Congress MP Priyanka Gandhi Vadra:कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में अपने पहला भाषण दिया जिसमें उन्होने भाजपा पर कई आरोप लगाए। अपने पहले भाषण में उन्होंने भाजपा नीत सरकार पर हमला बोला और उस पर संविधान को कमजोर करने तथा देश के 142 करोड़ नागरिकों की अपेक्षा चुनिंदा व्यक्तियों को तरजीह देने का आरोप लगाया। उन्होने उद्योगपति गौतम अडानी का नाम लिए बगैर गांधी ने उनके और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच कथित संबंधों पर कटाक्ष किया और दावा किया कि यह धारणा बढ़ रही है कि सरकार अरबपति के मुनाफे के लिए काम कर रही है। प्रियंका गांधी कई मुद्दे पर बोलीं उनके इस शानदार स्पीच और कॉन्फिडेंस को देखकर सदन में बैठे भारत के गृह मंत्री अमिश शाह और रक्षा मंत्री उनका मुह देखते रह गए।
उन्होंने कहा, ” सभी व्यवसाय, पैसा और संसाधन एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। बंदरगाहों से लेकर हवाई अड्डों और खदानों तक, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को अकेले एक व्यक्ति को दिया जा रहा है।” निचले सदन में संविधान पर बहस में भाग लेते हुए, वायनाड के सांसद ने संविधान को “न्याय, एकता और अभिव्यक्ति के अधिकार का सुरक्षा कवच” बताया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार के तहत इन सिद्धांतों का व्यवस्थित रूप से क्षरण हो रहा है।उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हमारा संविधान एक ‘सुरक्षा कवच’ है। 10 साल में सत्ताधारी दल के साथी जो बड़े-बड़े दावे करते हैं, उन्होंने इस ‘कवच’ को तोड़ने की पूरी कोशिश की है।”
#WATCH | Speaking in Lok Sabha during discussion on the 75th anniversary of the adoption of the Constitution of India, Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, “A few people from the bereaved families of Sambhal had come to meet us. There were two children among them – Adnan and… pic.twitter.com/bfjRC3wT6b
— ANI (@ANI) December 13, 2024
गांधी ने सरकार पर सरकारी सेवाओं में पार्श्व प्रवेश और निजीकरण जैसे उपायों के माध्यम से आरक्षण कोटा को कमजोर करके संविधान में निहित सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को कमजोर करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया।कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान में संशोधन करने का प्रयास करती, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में कम जनादेश ने पार्टी को रोक दिया।
“अगर ये लोकसभा चुनावों के नतीजे नहीं होते, तो वे संविधान को बदलने पर भी काम करना शुरू कर देते। उन्होंने कहा, “इन चुनावों में जीतते हुए लगभग हारते हुए, उन्हें एहसास हो गया है कि संविधान बदलने की चर्चा इस देश में काम नहीं करेगी।” सरकार की तीखी आलोचना और जोरदार भाषण से चिह्नित उनके पहले भाषण ने विपक्षी सदस्यों को प्रभावित किया, जिन्होंने सहमति में बार-बार अपनी मेजें थपथपाईं। गांधी ने देश भर में जाति आधारित जनगणना के लिए फिर से आह्वान किया और इस मुद्दे पर भाजपा के खुद के बदलते रुख पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जब पूरा विपक्ष जाति आधारित जनगणना की मांग कर रहा था, तो उन्होंने मवेशियों और ‘मंगलसूत्र’ चोरी होने की बात की,” उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान भगवा पार्टी के अभियान की कहानी का संदर्भ देते हुए कहा, “लोग जाति आधारित जनगणना की मांग कर रहे हैं, और यहां तक कि सत्तारूढ़ पार्टी भी चुनाव परिणामों के कारण इसके बारे में बात कर रही है।”
प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव रेप पीड़़िता को लेकर बोली उन्होने कहा कि मैंने खुद देश में ये ज्वाला देखी है। मैं उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के घर गई, उसकी उम्र 20-21 साल रही होगी। हम सबके बच्चे हैं, हम कल्पना कर सकते हैं कि बेटी के साथ बार-बार बलात्कार हुआ। जब वो लड़ने गई तो उसे मार दिया गया, उस पर क्या गुजरी होगी। खेत जला दिए गए, भाई को मार दिया गया, घर पर हमला किया गया। पिता ने मुझसे कहा कि बेटी मुझे न्याय चाहिए। जब मेरी बेटी एफआईआर दर्ज कराने जिले में गई तो मना कर दिया गया। उसे अगले जिले में जाना पड़ा। हर सुबह वो केस लड़ने के लिए अगले जिले में जाती थी। मैंने उससे कहा कि इस लड़ाई को मत छोड़ो। उसने अपने पिता को जवाब दिया कि पापा ये मेरी लड़ाई है, मैं लड़ूंगी। संविधान ने मुझे ये हिम्मत दी है।
गांधी ने अपनी स्पीच में कहा कि संभल से मृतक के परिजन आए थे। दो बच्चे थे अदनान और उजैद। एक बच्चा मेरे बच्चे की उम्र का है, दूसरा छोटा है। वे एक दर्जी के बेटे थे। उनका सपना अपने बच्चों को पढ़ाना था। उनके पिता उन्हें रोज स्कूल छोड़ने जाते थे। उस दिन भी वे स्कूल छोड़ने के बाद दुकान पर गए थे। जब उन्होंने भीड़ देखी और घर लौटने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें गोली मार दी। अदनान ने मुझे बताया कि जब वे बड़े होंगे तो डॉक्टर बनेंगे और अपने पिता का सपना पूरा करेंगे। संविधान ने यह उम्मीद जगाई है।
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