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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
cervical cancer : महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टर स्पैकुलम का इस्तेमाल करते हैं, जो काफी पैनफुल होता है। अब महिलाओं को इस दर्द से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि भारतीय अमेरिकी प्रोफेसर निम्मी रामानुजम ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो बिना किसी दर्द के सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग करने में सक्षम होगा। यह डिवाइस पोर्टेबल है जिसे हाथ से ही सेट किया जा सकेगा। इस डिवाइस से स्क्रीनिंग करने पर महिलाओं को सिर्फ एक बार टच का अहसास होगा। इस डिवाइस को पॉकेट कॉल्पोस्कोप नाम दिया गया है। नोर्थ कैरोलिना में ड्यूक यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर निम्मी रामानुजम और उनकी टीम ने बताया कि पॉकेट कॉल्पोस्कोप को लेपटॉप या मोबाइल फोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है। इस डिवाइस की मदद से महिलाएं अपनी स्क्रीनिंग खुद भी कर सकती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि डिवाइस बेहद सस्ता होगा और इससे स्क्रीनिंग करने में भी बहुत कम खर्च आएगा।
रामानुजम ने ऑल इन वन डिवाइस बनाया है जो पॉकेट साइज वाला टैंपून की तरह है। इस डिवाइस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे बेहद आसानी से मरीजों के अंदर की तस्वीर को देखा जा सकता है। रामाननुजम की टीम ने 15 महिलाओं का इस डिवाइस से परीक्षण किया। 80 प्रतिशत मामलों में बहुत ही साफ तस्वीर सामने आई। रामानुजम ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर के कारण होने वाली मौत को हम पूरी तरह से शून्य पर ला सकते हैं क्योंकि हमारे पास वे सभी टूल्स मौजूद हैं जिनसे हम इसे देख सकते हैं और समय रहते इसका इलाज भी कर सकते हैं। लेकिन ऐसा होता नहीं है, क्योंकि महिलाओं की अस्पतालों में सही तरीके से स्क्रीनिंग नहीं की जाती है या अगर स्क्रीनिंग की भी जाती है तो उसपर उचित इलाज नहीं किया जाता है।
रामानुजम ने कहा कि इन्हीं सब कारणों से हमें एक ऐसे कोल्पोस्कॉपी की जरूरत थी जो सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की जटिल प्रक्रिया को आसान कर सके। हमारा डिवाइस मामूली टच के माध्यम इस प्रक्रिया को पूरा करता है। रामानुजम ने कहा, वर्तमान में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए स्पेकुलम की जरूरत होती है। स्पेकुलम मेटल का बना एक डिवाइस है जिसे अंदर तक प्रवेश कराया जाता है। इससे महिलाओं को काफी दर्द से गुजरना पड़ता है, लेकिन कोल्पोस्कोप मैग्नीफाइंग टेलीस्कोपिक डिवाइस है जिसमें कैमरे को इस तरह से फिट किया गया है कि इसमें कोई भी डॉक्टर आसानी से गर्भाशय ग्रीवा तक देख सकता है।
महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टर स्पैकुलम का इस्तेमाल करते हैं, जो काफी पैनफुल होता है। अब महिलाओं को इस दर्द से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि भारतीय अमेरिकी प्रोफेसर निम्मी रामानुजम ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो बिना किसी दर्द के सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग करने में सक्षम होगा। यह डिवाइस पोर्टेबल है जिसे हाथ से ही सेट किया जा सकेगा। इस डिवाइस से स्क्रीनिंग करने पर महिलाओं को सिर्फ एक बार टच का अहसास होगा। इस डिवाइस को पॉकेट कॉल्पोस्कोप नाम दिया गया है। नोर्थ कैरोलिना में ड्यूक यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर निम्मी रामानुजम और उनकी टीम ने बताया कि पॉकेट कॉल्पोस्कोप को लेपटॉप या मोबाइल फोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है। इस डिवाइस की मदद से महिलाएं अपनी स्क्रीनिंग खुद भी कर सकती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि डिवाइस बेहद सस्ता होगा और इससे स्क्रीनिंग करने में भी बहुत कम खर्च आएगा।
रामानुजम ने ऑल इन वन डिवाइस बनाया है जो पॉकेट साइज वाला टैंपून की तरह है। इस डिवाइस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे बेहद आसानी से मरीजों के अंदर की तस्वीर को देखा जा सकता है। रामाननुजम की टीम ने 15 महिलाओं का इस डिवाइस से परीक्षण किया। 80 प्रतिशत मामलों में बहुत ही साफ तस्वीर सामने आई। रामानुजम ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर के कारण होने वाली मौत को हम पूरी तरह से शून्य पर ला सकते हैं क्योंकि हमारे पास वे सभी टूल्स मौजूद हैं जिनसे हम इसे देख सकते हैं और समय रहते इसका इलाज भी कर सकते हैं। लेकिन ऐसा होता नहीं है, क्योंकि महिलाओं की अस्पतालों में सही तरीके से स्क्रीनिंग नहीं की जाती है या अगर स्क्रीनिंग की भी जाती है तो उसपर उचित इलाज नहीं किया जाता है।
रामानुजम ने कहा कि इन्हीं सब कारणों से हमें एक ऐसे कोल्पोस्कॉपी की जरूरत थी जो सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की जटिल प्रक्रिया को आसान कर सके। हमारा डिवाइस मामूली टच के माध्यम इस प्रक्रिया को पूरा करता है। रामानुजम ने कहा, वर्तमान में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए स्पेकुलम की जरूरत होती है। स्पेकुलम मेटल का बना एक डिवाइस है जिसे अंदर तक प्रवेश कराया जाता है। इससे महिलाओं को काफी दर्द से गुजरना पड़ता है, लेकिन कोल्पोस्कोप मैग्नीफाइंग टेलीस्कोपिक डिवाइस है जिसमें कैमरे को इस तरह से फिट किया गया है कि इसमें कोई भी डॉक्टर आसानी से गर्भाशय ग्रीवा तक देख सकता है।
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