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इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली
बसंत पंचमी एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो हर साल हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ (वसंत) के महीने में चंद्र ग्रहण के पांचवें दिन मनाया जाता है। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजन के साथ स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में दिन की शुरुआत होती है।
इस वर्ष बसंत पंचमी के पर्व का शुभ मुहूर्त प्रातः 07:07 से 12:35 तक है।
बसंत पंचमी तिथि 5 फरवरी को सुबह 3:47 बजे शुरू होकर 6 फरवरी को सुबह 3:46 बजे समाप्त होगी।
-शुद्ध आम की लकड़ी
-केसरी
-हल्दी
-कुमकुम
-अक्षती
-कलश
-श्रीपाली
-पीले कपड़े
-केसर मिठाई
-चंदन
-दूरवा डाली
-सरस्वती यंत्र
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥ शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्। हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम् वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥२॥
50+ Happy Basant Panchmi Quotes in Hindi English बसंत पंचमी की शुभकामनाएं
Bengali Quotes on Saraswati Puja সরস্বতী পূজার বাংলা উক্তি
लकड़ी के चबूतरे पर लाल/पीले रंग का कपड़ा बिछाकर देवी सरस्वती की तस्वीर या मूर्ति रखें।
अपने बच्चों की किताबें, एक कलम/पेंसिल/स्लेट देवी के चरणों में रखें।
पीतल या मिट्टी का दीपक जलाएं। (घी/सरसों के तेल या तिल के तेल का प्रयोग करें)।
कुछ अगरबत्ती जलाएं।
माँ सरस्वती को अपनी प्रार्थना और प्रसाद स्वीकार करने के लिए अत्यंत भक्ति के साथ आमंत्रित करें।
देवी के माथे पर चंदन और कुमकुम का टीका लगाएं।
Basant Panchami 2022
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