भारतीय पुरुषों को सच में किन सप्लीमेंट्स की जरूरत है? जानें न्यूट्रिशन कोच रयान फर्नांडो ने क्या दी सलाह
भारतीय पुरुषों में, अनियमित लाइफस्टाइल, पोषण की कमी और बढ़ता मानसिक दबाव शरीर की जरूरतों को पूरा नहीं होने देता. ऐसे में न्यूट्रिशन कोच रयान फर्नांडो का मानना है कि सप्लीमेंट्स कोई शॉर्टकट नहीं, बल्कि सही पोषण की कमी को पूरा करने का एक टूल हो सकते हैं अगर उन्हें सही वजह और सही तरीके से लिया जाए.
ज़्यादातर पुरुषों को सप्लीमेंट की जरूरत क्यों- थ्योरी में तो संतुलित डाइट सब कुछ दे सकती है, लेकिन हकीकत में लंबा वर्किंग ऑवर, बाहर का खाना, नींद की कमी और कम धूप हमारे शरीर को जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स से वंचित कर देते हैं. रयान फर्नांडो के मुताबिक, सप्लीमेंट्स डाइट का रिप्लेसमेंट नहीं, बल्कि उसका सपोर्ट सिस्टम हैं.
विटामिन D क्यों है सबसे जरूरी- विटामिन D सिर्फ़ हड्डियों के लिए नहीं, बल्कि हार्मोन बैलेंस, इम्यूनिटी और मसल फंक्शन के लिए भी बेहद अहम है. इसके बावजूद भारत जैसे धूप वाले देश में भी बड़ी संख्या में पुरुष इसकी कमी से जूझ रहे हैं.
पुरुषों में विटामिन D की कमी क्यों बढ़ रही- रयान बताते हैं कि ज़्यादातर पुरुष दिन का बड़ा हिस्सा घर या ऑफिस के अंदर बिताते हैं. सनस्क्रीन, प्रदूषण और अनियमित धूप की वजह से शरीर नैचुरली विटामिन D नहीं बना पाता. यही कारण है कि टेस्टोस्टेरोन लेवल, एनर्जी और मूड पर असर दिखने लगता है.
30 की उम्र के बाद कोलेजन कम होने लगता है- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर का कोलेजन प्रोडक्शन घटने लगता है. इसका असर सिर्फ़ स्किन पर नहीं, बल्कि जोड़ों, मसल रिकवरी और लिगामेंट हेल्थ पर भी पड़ता है. रयान फर्नांडो के अनुसार, कोलेजन सप्लीमेंट खासकर 30+ पुरुषों के लिए जॉइंट और मूवमेंट सपोर्ट में मददगार हो सकता है.
क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट सिर्फ़ जिम वालों के लिए नहीं- क्रिएटिन को अक्सर सिर्फ़ बॉडीबिल्डिंग से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन रयान बताते हैं कि यह ब्रेन हेल्थ, स्ट्रेंथ और ओवरऑल एनर्जी के लिए भी फायदेमंद है. यह उन पुरुषों के लिए भी उपयोगी हो सकता है जो स्ट्रेस, थकान या फोकस की कमी महसूस करते हैं बशर्ते सही मात्रा में लिया जाए.
प्रोटीन सबसे पहले खाने से मिलना चाहिए- रयान फर्नांडो साफ़ कहते हैं कि प्रोटीन पाउडर का सहारा तभी लेना चाहिए, जब डेली डाइट से पर्याप्त प्रोटीन न मिल रहा हो. दाल, अंडे, डेयरी, पनीर, मछली और चिकन जैसे फूड सोर्स हमेशा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. सप्लीमेंट सिर्फ़ गैप भरने के लिए है.
स्ट्रेस और नींद के लिए मैग्नीशियम- आज के पुरुषों में नींद की समस्या और मानसिक तनाव आम हो चुका है. मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम को शांत करने, मसल रिलैक्सेशन और बेहतर नींद में अहम भूमिका निभाता है. यही वजह है कि इसे रयान अपने टॉप सप्लीमेंट्स में शामिल करते हैं.
मैग्नीशियम ग्लाइसिनेट क्यों है बेहतर- मैग्नीशियम के कई रूप होते हैं, लेकिन ग्लाइसिनेट फॉर्म पेट के लिए हल्का होता है और बेहतर एब्ज़ॉर्प्शन देता है. यह नींद की क्वालिटी सुधारने और एंग्ज़ायटी कम करने में खासतौर पर मददगार माना जाता है.
हर व्यक्ति की जरूरत अलग होती है- रयान फर्नांडो इस बात पर ज़ोर देते हैं कि कोई भी सप्लीमेंट “वन-साइज़-फिट्स-ऑल” नहीं होता. उम्र, लाइफस्टाइल, मेडिकल हिस्ट्री और डाइट के हिसाब से ज़रूरत बदलती है. इसलिए ब्लड टेस्ट और एक्सपर्ट सलाह के बिना सप्लीमेंट लेना समझदारी नहीं है.
बिना सोचे-समझे सप्लीमेंट न लें- जरूरत से ज़्यादा या गलत सप्लीमेंट लेने से फायदा कम और नुकसान ज़्यादा हो सकता है. रयान का साफ़ संदेश है—पहले अपनी नींद, डाइट और मूवमेंट सुधारिए, फिर अगर ज़रूरत हो तो सप्लीमेंट्स को सपोर्ट की तरह शामिल कीजिए.