कहा: एनसीआर में 53 हजार करोड़ के 15 प्रोजेक्ट पर हम काम कर रहे
गडकरी ने सीएम मनोहर लाल तथा केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत के साथ गुरुग्राम में किया दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के निर्माण का निरीक्षण
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का दिल्ली से दौसा तक का भाग होगा मार्च 2022 तक पूरा
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से सड़क व पुल निर्माण के 15 प्रोजेक्ट मंजूर किए हुए हैं जिनमें से 14 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। ये प्रोजेक्ट पूरे होने से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण कम होगा और लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी।
गडकरी गुरुवार को गुरुग्राम के गांव लोहटकी के पास दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आए थे। उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के अलावा सोहना के विधायक संजय सिंह भी थे। (Soon there will be freedom from pollution in NCR:)
गांव लोहटकी में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का दिल्ली से राजस्थान के दौसा तक तथा वडोदरा से अंकलेश्वर तक का हिस्सा मार्च 2022 तक बन जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे 8 लेन का एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सेस वे बनाया जा रहा है जिसमें भविष्य में 4 लेन और जोड़कर इसे 12 लेन तक का किया जा सकता है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का 160 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा की सीमा में
गडकरी ने कहा कि इस एक्सपैेस वे की लगभग 160 किलोमीटर लंबाई हरियाणा में पड़ती है जिस पर 10400 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसमें से 130 किलोमीटर लंबाई के एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए काम अलॉट भी किया जा चुका है। यह एक्सप्रेस-वे हरियाणा में गुरुग्राम, पलवल तथा नूंह जिलों से होकर गुजरेगा। हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से में 6 स्थानों पर वे-साइड सुविधाएं बनाई जाएंगी। इनमें यात्रियों के लिए सुविधाएं जैसे रिजोर्ट, रेस्टोरेंट, डोरमैट्री, अस्पताल, फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन आदि के अलावा ट्रकों की र्पाकिंग गैराज आदि की सुविधा होगी। यही नहीं, कमर्शियल स्पेस आफ लॉजिस्टिक पार्क भी होंगे। इस एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना के पीड़ित व्यक्तियों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने के लिए हैलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध होगी।
सीएम मनोहर लाल की हरियाणा में कनेक्टिविटी सुधार के लिए रखी मांगें गडकरी ने की मंजूर
कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा रखी गई मांगों को मंजूर करते हुए गडकरी ने बताया कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव बिलासपुर, मानेसर तथा कापड़ीवास सहित 3 परियोजनाओं को स्वीकृत किया जा चुका है, जिन पर लगभग 250 करोड़ रुपए की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इन स्थानों पर अंडरपास या फ्लाईओवर बनाने की मांग भी रखी थी, ताकि वहां पर लोगों को सुविधाएं मिलें और दुर्घटनाओं की संख्या कम हो। इस दौरान गडकरी ने कहा कि पलवल-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और इस्टर्न पैरिफेरियल एक्सप्रेस हाईवे (केजीपी) पर इंटरचेंज बनाने के कार्य को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। यह मांग भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी के समक्ष रखते हुए कहा था कि इंटरचेंज जब तक नहीं बनेगा, तब तक एक मार्ग से दूसरे मार्ग का उपयोग करने वाले लोगों को कठिनाई आएगी। फरीदाबाद शहर को जेवर हवाई अड्डे के साथ जोड़ने के लिए रखी गई मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मांग को भी गडकरी ने मौके पर ही मंजूरी कर दिया।
मनोहर लाल ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी का किया स्वागत
इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी का स्वागत करते हुए उन्हें देशभर में सड़कों का जाल बिछाने वाले मेहनती मंत्री बताया। उन्होंने कहा कि जो भी परियोजना वे गडकरी के पास लेकर गए, उन्होंने कभी न नहीं की और परियोजना को मंजूर किया। मनोहर लाल ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली से अमृतसर तक स्पेशल एक्सप्रेस वे, जो बाद में जम्मू तक जाएगा, बनाने की बात आई तो गडकरी ने उन्हें तथा पंजाब के मुख्यमंत्री को बुलाकर उसकी अलाइंमेंट पूछी और तुरंत उसे फाइनल कर दिया। इसी प्रकार, हरियाणा में पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर हाईवे निर्माण की मांग रखी गई तो गडकरी ने पानीपत से डबवाली तक सड़क मंजूर कर दी।
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