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रमेश गोयत, चंडीगढ़ :
Rose Festival 2022 Chandigarh begins : बहुप्रतीक्षित 50वें रोज फेस्टिवल का रोज गार्डन में शुक्रवार को धूमधाम से आगाज हो गया । तीन दिवसीय उत्सव का औपचारिक उद्घाटन बनवारीलाल पुरोहित, राज्यपाल पंजाब और प्रशासक यूटी चंडीगढ़ ने किया। इस मौके पर सरबजीत कौर ढिल्लों मेयर, धर्म पाल प्रशासक के सलाहकार, परवीर रंजन डीजीपी, नितिन कुमार यादव गृह सचिव उपस्थित रहे।
इसके साथ अनिंदिता मित्रा आयुक्त एमसी चंडीगढ़, विनय प्रताप सिंह डीसी चंडीगढ़, राजेश शर्मा डीआईजी आईटीबीपी, दलीप शर्मा वरिष्ठ उप महापौर, अनूप गुप्ता उप महापौर सौरभ जोशी क्षेत्र पार्षद व अन्य पार्षद, शहर के प्रमुख व्यक्ति और चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
चंडीगढ़ में रोज फेस्टिवल पहले की तरह पूरे खुमार के साथ शुरू हुआ। बनवारी लाल पुरोहित ने सुंदर बागीचों की सरहाना की। प्रशासक चंडीगढ़ ने इस बीच माखन लाल चतुवेर्दी की कविता पुष्प की अभिलाषा सुनाकर स्कूली बच्चों को उत्साहित किया। राज्यपाल ने पुष्प की अभिलाषा कविता की पंक्तियों को राष्ट्र के सभी बहादुर दिलों को श्रद्धांजलि के रूप में उद्धृत किया।
पुष्प की अभिलाषा चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ,
चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ,
चाह नहीं, सम्राटों के शव पर हे हरि, डाला जाऊँ,
चाह नहीं, देवों के सिर पर चढ़ूँ भाग्य पर इठलाऊँ।
मुझे तोड़ लेना वनमाली! उस पथ पर देना तुम फेंक,
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जावें वीर अनेक
प्रशासक ने कहा कि चंडीगढ़ में गुलदस्तों के रिवाज को भूल कर एक गुलाब की प्रथा शुरू करनी चाहिए। इससे फूलों की बबार्दी रुक जायगी। बागीचों में फूल महकते रहेंगे। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि अब से चंडीगढ़ में एक फूल अतिथि का सत्कार किया जाएगा।
नगर निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे फूलों के महोत्सव की सरहाना करते हुए उन्होंने कहा कि शहर के अंदर बागीचों की भरमार है और इन्हें संजोये रखने के लिए बागवानी के मालियों की मेहनत की खूब सहराना की। इससे पहले नगर निगम की मेयर सरवजीत कौर ढिल्लों ने मेहमानों को सम्मानित किया। रोज फेस्टिवल में अन्य प्रदेशों से कलाकार रंगारंग कार्यक्रमों में लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।
सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने इस उत्सव को भव्य रूप से सफल बनाने के लिए नगर निगम के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी आयु वर्ग के लोग फूलों और सांस्कृतिक वस्तुओं की व्यवस्था का आनंद ले सकते हैं, जो सभी आयु समूहों के लिए आयोजित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि सभी फूलों का एक अनूठा चरित्र और सुंदरता होती है, लेकिन गुलाब दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय फूलों में से एक है। इसे फूलों की रानी के नाम से जाना जाता है। साहित्य की दृष्टि से पुष्प को प्रेम, करुणा और शाश्वत सौंदर्य के प्रतीक के रूप में महिमा मंडित किया गया है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ रोज गार्डन की योजना इस तरह से बनाई गई है कि बगीचे में घूमना एक कहानी पढ़ने जैसा है।
उन्होंने कहा कि यह 3 दिवसीय रोज फेस्टिवल गुलाब की भव्यता और प्रकृति के एक मेगा उत्सव को श्रद्धांजलि देने का एक तरीका है। राज्यपाल ने कहा कि जो चीज चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल को अद्वितीय और खास बनाती है, वह है स्थानीय जनभागीदारी का उच्च स्तर। अब जबकि शहर को कोविड के मोर्चे पर कुछ राहत मिली है, उन्हें खुशी है कि नागरिक इस साल के रोज फेस्टिवल और चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे विभिन्न प्रकार के आकर्षक कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह देखना मेरे लिए बेहद संतोष की बात है कि रोज फेस्टिवल में भाग लेने में जबरदस्त दिलचस्पी और उत्साह दिखाया गया है। साल दर साल बढ़ती प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों के प्रति लोगों की चिंता के साथ, उन्हें यकीन था कि आने वाले वर्षों में शहर में और अधिक रंग-बिरंगे फूल शो देखने को मिलेंगे और प्रदर्शनियों को प्रदर्शित करने में अधिक भागीदारी और नवीनता दिखाई देगी।
उन्होंने सभी को शहर में गुलाब की संस्कृति को जारी रखने और गुलाब की अधिक किस्मों को विकसित करने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि गुलाब प्रेमियों की सक्रिय भागीदारी और भूनिर्माण विशेषज्ञों के अनुभव और ज्ञान के माध्यम से शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाना जारी है।
राज्यपाल ने डॉ. एमएस रंधावा जिन्होंने चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल की अवधारणा की और भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन, जिनके नाम पर इस गुलाब के बगीचे का नाम रखा गया है। उन्होंने कहा कि वे दोनों उत्सुक बागवान थे। महापौर सरबजीत कौर ढिल्लो ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महोत्सव को जीवंत बनाने के लिए रोज गार्डन के अंदर तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान नई सांस्कृतिक गतिविधियों की व्यवस्था की गई है ताकि आगंतुकों को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि विभिन्न रंगों में गुलाब की सैकड़ों किस्में परिदृश्य को सजाती हैं, लुभावने फूलों का प्रदर्शन, नए नए डिजाइन और आकर्षक प्रदर्शन इस फूल शो के उच्च बिंदु हैं। जबकि रंगोली प्रतियोगिता, पीतल और पाइप बैंड प्रतियोगिता, फूलों की टोपी का प्रदर्शन, फोटोग्राफी प्रदर्शनी और सांस्कृतिक शाम शो के अतिरिक्त आकर्षण हैं। क्षेत्रीय पार्षद सौरभ जोशी ने मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा चंडीगढ़ के नागरिकों के लिए सांस्कृतिक ताल के बीच फूलों की व्यवस्था का आनंद लेने के लिए आयोजित मेगा शो है।
इससे पूर्व, मुख्य अतिथि ने गार्डन में सेल्फी बूथ और स्वच्छता स्टाल का उद्घाटन कर सभी ने सेल्फी भी करवाई। जहां स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत विभिन्न योजनाओं के प्रदर्शन की व्यवस्था की गई है, जिसमें स्रोत स्तर पर कचरे का पृथक्करण, प्लास्टिक को ना कहना और रसोई के कचरे से आनसाइट कंपोस्ट आदि शामिल हैं।
इसके अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 पर फीडबैक सबमिट कर नागरिकों के लिए 300 आकर्षक पुरस्कारों के साथ लकी ड्रा की व्यवस्था की गई है। रोज फेस्टिवल की शुरूआत गणेश वंदना के साथ हुई, इसके बाद दोपहर में बरसाने की होली, मयूर नृत्य, बृज के गीत, कालबेलिया नृत्य और राजस्थानी नृत्य की प्रस्तुति हुई।
शाम के समय रोज गार्डन के मुख्य मंच पर हस्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें रायपुर के पदम श्री सुरेंद्र दुबे सहित भारत के प्रसिद्ध कवियों मथुरा से मनवीर मधुर, दिल्ली से दीपक सैनी, आगरा से डॉ रुचि चतुवेर्दी और प्रतापगढ़ के पार्थ नवीन ने अपनी प्रसिद्ध कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वरिष्ठ उप महापौर दलीप शर्मा मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उपमहापौर अनूप गुप्ता थे।
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