India News(इंडिया न्यूज),  Russian-North Korean:  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें पश्चिम के साथ दोनों के बढ़ते तनाव के बीच अगर उत्तर कोरिया या रूस पर हमला होता है तो पारस्परिक सहायता का वादा शामिल है।

इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि इस समझौते में किस तरह की सहायता का उल्लेख किया गया है, जिसे केवल ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ के रूप में वर्णित किया गया है।

24 वर्षों में पहली प्योंगयांग यात्रा

पुतिन की 24 वर्षों में पहली प्योंगयांग यात्रा के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। उत्तर कोरिया कथित तौर पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मास्को को हथियार मुहैया करा रहा है, जिसके कारण कई पश्चिमी देशों ने दोनों देशों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं। रूस उत्तर कोरिया को अपने परमाणु और मिसाइल हथियार कार्यक्रम को विकसित करने के लिए जानकारी हस्तांतरण और आर्थिक सहायता की पेशकश कर रहा है।

क्या पुतिन-किम की मुलाक़ात पश्चिमी देशों के लिए एक बड़ा ख़तरा है ?

  • हाँ-48%
  • नहीं-40%
  • कह नहीं सकते-12%

क्या किम जोंग का मक़सद हथियारों के बदले पुतिन से परमाणु तकनीक हासिल करना है ?

  • हाँ-58%
  • नहीं-26%
  • कह नहीं सकते-16%

क्या अमेरिका -रूस के बीच खींचतान से दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का ख़तरा मंडरा रहा है?

  • हाँ-61%
  • नहीं-34%
  • कह नहीं सकते-5%

क्या आपको लगता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने में पीएम मोदी अब भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं ?

  • हाँ-82%
  • नहीं-16%
  • कह नहीं सकते-2%