India News(इंडिया न्यूज), दिल्ली के विवेक विहार स्थित एक चाइल्ड हॉस्पिटल में शनिवार 25 मई की देर रात आग लग गई। हादसे में 6 नवजात की मौत हो गई। 5 का रेस्क्यू किया गया है। दो मंजिला बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर न्यू बॉर्न बेबी केयर सेंटर था। इसमें कुल 12 बच्चे भर्ती थे।
दिल्ली फायर सर्विस चीफ अतुल गर्ग ने बताया कि अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। हालांकि शुरुआती जांच में ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट को कारण बताया जा रहा है। बेबी केयर सेंटर के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर अवैध ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग का काम चल रहा था। अब सवाल ये उठ रहा है कि निजी अस्पतालों में आग हादसों का गुनहगार कौन है। इसे ही लेकर आज इंडिया न्यूज ने अपने प्राइम टाइम शो आकड़े हमारे फैसला आपका में जनता से कुछ सवाल किया। जिसके जवाब कुछ इस प्रकार हैं।
निजी अस्पतालों में आग हादसों का गुनहगार आप किसे मानते हैं ?
- हॉस्पीटल मैनेजमेंट-46%
- फ़ायर सेफ़्टी डिपार्टमेंट-7%
- ड्यूटी स्टाफ़ की लापरवाही-39%
- कह नहीं सकते-8%
दिल्ली बेबी केयर सेंटर में मासूमों की मौत के गुनहगार को क्या सज़ा मिलनी चाहिए ?
- हत्या का मुक़दमा चले-32%
- भारी आर्थिक जुर्माना लगे-15%
- बेबी केयर सेंटर का लाइसेंस रद्द हो-46%
- कह नहीं सकते-7%
क्या रिश्वतख़ोरी की बदौलत अस्पतालों में फ़ायर सेफ़्टी नॉर्म्स की अनदेखी हो रही है?
- हाँ-91%
- नहीं-7%
- कह नहीं सकते-2%
क्या बेबी केयर सेंटर में पेरेंट्स में किसी एक के रूकने की परमिशन मिलनी चाहिए?
- हाँ-94%
- नहीं-5%
- कह नहीं सकते-1%
बेबी केयर सेंटर में मासूमों की सुरक्षा के लिए कौन से उपाय किए जाने चाहिए ?
- स्टाफ़ ट्रेन्ड होना चाहिए-11%
- 24 घंटे CCTV निगरानी-30%
- कैपेसिटी से ज्यादा बच्चे ना हों-6%
- फ़ायर सेफ़्टी इंतज़ाम हों-27%
- इनमें से सभी-24%
- कह नहीं सकते-2%