India News (इंडिया न्यूज), Driverless Metro: बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कहा कि चीन से छह डिब्बों वाली पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन बुधवार को बेंगलुरु पहुंच गई है। यह कोच दक्षिण बेंगलुरु के आईटी हब इलेक्ट्रॉनिक सिटी के हेब्बागोडी डिपो में पहुंचे। साथ ही बता दें कि ये मेट्रो BMRCL की येलो लाइन पर आरवी रोड से सिल्क बोर्ड से होते हुए इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक चलेगी।
एक अधिकारी के द्वारा बताया गया कि, ट्रेन और कोचों का निर्माण एक चीनी फर्म के द्वारा किया गया था, जिसे बीएमआरसीएल के लिए 216 कोच बनाने का ठेका मिला था। बीएमआरसीएल अधिकारी ने कहा, “हमने 216 कारों का ऑर्डर दिया है, जिनमें से 90 येलो लाइन पर चलेंगी इसके साथ ही 15 ट्रेनें और चलेंगी।
चीन से आई है ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन
बता दें कि, इस ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का निर्माण चीन की सीआरआरसी नानजिंग पुज़ेन कंपनी लिमिटेड ने किया है। ये मेट्रो ट्रेन बेंगलुरु के मेट्रो नेटवर्क में आ गई है। हालांकि यह अभी चीन से आयी है, लेकिन बाद में मेक इन इंडिया के पहल के तहत टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड के साथ साझेदारी में इस मेट्रो के कोच स्थानीय स्तर पर बनाए जाएंगे।
एडवांस रेडियो टेक्नोलॉजी के साथ लैस
इन ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनों की शुरूआत बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) की शहर की मेट्रो प्रणाली में क्रांति लाने की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है। यह मेट्रो ट्रेन कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) सिग्नलिंग सिस्टम पर चलती है। बस इतना ही नहीं, इसके लिए उन्नत और आधुनिक रेडियो संचार तकनीक का भी उपयोग किया गया है। इस तकनीक की मदद से मेट्रो के नियंत्रण के साथ ही वह कैसे चल रही है, इसके बारे में जानना काफी आसान हो जाएगा।
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