India News (इंडिया न्यूज़): किसी मशीन को चलाना कैसे है इसकी जानकारी होना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है यह जानना कि उसे मेंटेन कैसे करें। गलत जानकारी आपको मुसीबत में डाल सकती है। अगर आप सही ढंग से मशीन का रख रखाव नहीं करेंगे तो मशीन ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाएगा। जैसे कुछ लोग जानकारी के अभाव में इन्वर्टर की बैटरी में जितना मन उतना पानी भर देते हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इन्वर्टर की बैटरी में समय-समय पर पानी भरना चाहिए। ऐसे आप उसके इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को बैलेंस कर पाएंगे।
इन्वर्टर (Inverter) की बैटरी
बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट्स में पानी की जरूरत पड़ती है। पानी उसके परफॉर्मेंस को बूस्ट अप करने में मददगार होता है। ये बैटरी के तापमान को सही रखता है इसलिए भी पानी भरना बेहद जरूरी होता है। इन्वर्टर की बैटरी में पानी की मात्रा बताने के लिए विभिन्न प्रकार की बैटरियों और उनके निर्माताओं के द्वारा विशेष निर्देश दिए जाते हैं।
ऐसे जांचे पानी की सही मात्रा
इंडिकेटर लाइन्स या मार्कर्स के जरिये
बैटरी के सामने या उसके ऊपर एक इंडिकेटर लाइन या मार्कर आपको दिख सकता है, जो यह जानने में मदद करता है कि कितना पानी भरना चाहिए.
डिस्टिल या डीमिनरलाइज्ड पानी
अच्छा होगा अगर आप बैटरी में भरने के लिए डिस्टिल या डीमिनरलाइज्ड पानी का उपयोग करें।
दिशानिर्देशों का पालन
आपको बता दें कि खरीदते वक्त कंपनी की ओर से जो गाइडलाइंस बताए गए हैं उसे फॉलो करें आप। वो आपको बैटरी में पानी की सही मात्रा और विधि के बारे में जानकारी देते हैं।
स्वाइंग हाइड्रोमीटर (Swing Hydrometer)
स्वाइंग हाइड्रोमीटर बैटरी के एसिड स्तर की मात्रा को मापने में सहायक है। इससे आप बैटरी में पानी की सही मात्रा को निर्धारित कर सकते हैं।
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