इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
अब आसमां में विमानों और हेलीकॉप्टरों को मंडराते हुए देखना कोई अचरज पैदा नहीं करता। दुनिया विमानों और हेलीकॉप्टरों से काफी आगे बढ़ चुकी है। कई दिग्गज टेक कंपनियां फ्लाइंग कार का सफल परीक्षण कर चुकी है। लेकिन आज हम इसे भी आगे की चीज फ्लाइंग बाइक की बात करने जा रहे हैं।
जापानी कंपनी एएलआई टेक्नोलॉजी बीते कुछ समय से फ्लाइंग बाइक विकसित कर रही हैं। बीते दिनों कंपनी ने इस फ्लाइंग बाइक के आसमां में कलाबाजियां करते हुए एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो को देखकर पूरी दुनिया में रोमांच पैदा हो गया। इस बाइक का नाम टुरिस्मो रखा है और यह एक लिमिटेड एडिशन बाइक है। यानी इसे आपके खास आर्डर पर ही बनाया जाएगा. इस बाइक को फूजी में एक रेसिंग ट्रैक पर भी प्रदर्शित किया गया था।
बाइक की बुकिंग शुरू Now the flying bike has arrived
एएलआई टेक्नोलॉजी ने बाइक टुरिस्मो लिमिटेड की बुकिंग शुरू कर दी है। यह बुकिंग 26 अक्टूबर से शुरू हुई है। कंपनी अभी इस फ्लाइंग बाइक की केवल 200 यूनिट बनाएगी। इसकी कीमत करीब 7.77 करोड़ येन है। भारत में रुपये में इस कीमत को आंके तो यह करीब 5.10 करोड़ रुपये बैठती है। इसमें टैक्स और इंश्योरेंस का भी पैसा शामिल है।
बीते मंगलवार को इस बाइक को प्रदर्शित किया गया। फूजी रेसिंग ट्रैक पर यह बाइक गरजते हुए आसमां में करतब दिखा रही थी। इसको देखकर लोग बेहद हौरान हो रहे थे। यह पूरी तरह से कोई स्टंट लग रहा था। लेकिन यह वास्तविकता थी और आपके पास भी करीब पांच करोड़ रुपये हो तो आप इस बाइक की सवारी कर आसमां में पक्षियों की तरह विचरण कर सकते हैं।
कैसे काम करती है ये बाइक Now the flying bike has arrived
टुरिस्मो बाइक का इंजन इलेक्ट्रिक है। इसमें कम्बूस्टन इंजन लगा है, जो पेट्रोल से चलता है। कंपनी की योजना 2025 तक इस बाइक में पूरी तरह इलेक्ट्रिक इंजन लगाने की है।
कितना है बाइक का वजन Now the flying bike has arrived
टुरिस्मो फ्लाइंग बाइक का वजन करीब 300 किलो है। इसकी लंबाई 3.7 मीटर और चौड़ाई 2.4 मीटर है। इसके साथ ही यह 1.5 मीटर ऊंचा है। अभी इस बाइक पर केवल एक व्यक्ति के बैठने की जगह है। हालांकि इस बाइक की अधिकतम स्पीड के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन प्रदर्शन के दौरान यह करीब 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से करतब दिखा रही थी।
2017 से इस तकनीक पर चल रहा था काम Now the flying bike has arrived
एएलआई टेक्नोलॉजीज के सीईओ और प्रेसिडेंट दाइसुके कतानों का कहना है कि हमने इस टेक्नोलॉजी पर 2017 में काम शुरू किया था। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आने वाले समय में एयर मोबिलिटी बढ़ेगी।
हालांकि उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल के लिए इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हर जगह करने की गुंजाइश नहीं है। पहाड़ी इलाकों समंदर और आपाद की स्थिति में इस तकनीक वाली गाड़ियां काफी कारगर साबित हो सकती हैं।
बाजार में कब दिखेगी यह बाइक Now the flying bike has arrived
कंपनी का कहना है कि इस बाइक की पहली यूनिट की आपूर्ति में टाइम लग सकता है। अगले साल के मध्य तक ही इसकी पहली यूनिट की डिलवरी शुरू हो पाएगी।
कंपनी का लक्ष्य फिलहाल ऐसी 200 बाइक बनाने का है। इसके बाद मांग को देखते हुए इसका उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
दुनिया में पहला उड़ने वाला आविष्कार Now the flying bike has arrived
दुनिया में सबसे पहला उड़ने वाला आविष्कार राइट बंधुओं का जहाज था। उन्होंने वर्ष 1903 को एक हवाई जहाज बनाया। लेकिन जब उन्होंने इसे हवा में उड़ाया तो पूरी तरह से नियंत्रित नहीं कर सके।
उनका ये प्रयोग पूरी तरह सफल नहीं कहा जा सकता था। इसके बाद भी वो लगे रहे। उन्होंने वर्ष 1905 फ्लेयर 3 हवाई जहाज बनाया, जिसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता था। वर्ष 1906 में अल्बेर्टों सेंटोस डुमोंट ने दावा किया कि उसने पहला हवाई जहाज बनाया है।
इसके बाद 22 सेकंड में 220 मीटर की ऊंचाई में जा कर उस समय का विश्व कीर्तिमान बनाया। इसके बाद फिर देखते ही देखते दुनिया में लड़ाकू विमानों और यात्री विमानों का मार्ग प्रशस्त हुआ। अब तो दुनिया वायुयानों के मामले में बहुत आगे निकल चुकी है।
(Now the flying bike has arrived)
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