(दिल्ली) : बिहार राजद नेताओं के बोल इन दिनों बिगड़े हुए हैं। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव और जगदानंद सिंह के जिस तरह के बयान-भाषण हाल के दिनों में सुनने को मिले हैं, वे न तो राज्य के हित में है और न राष्ट्र के। बता दें, इन नेताओं को बोलने में शब्दों की मर्यादा और तथ्यों की सच्चाई की कोई परवाह ही नहीं है। एक तरफ शिक्षा मंत्री को रामचरितमानस, मनुस्मृति और माधव सदाशिव गोलवलकर की किताब ‘बंच ऑफ थॉट्स’ विध्वंसकारी लगती है। वहीँ दूसरी तरफ जगदानंद सिंह को राम मंदिर नफरत की जमीन पर बनता नजर आता है। राजद के इन दोनों बयानवीरों को पीछे छोड़ सुरेंद्र प्रसाद यादव ने तो यह कहकर सारी मर्यादाएं तोड़ दीं कि चुनाव जीतने के लिए बीजेपी सेना पर हमले कराती है।

बीजेपी कराती है सेना पर हमला

मालूम हो, लालू और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले नीतीश कुमार की सरकार में आरजेडी कोटे के मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। वह सेना पर हमला भी कराती है। सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो भाजपा सेना पर हमले करवाती है। आगे बोलते -बोलते राजद नेता इतना बहक जाते हैं कि बयान देते हैं ‘लगता है इस बार भाजपा किसी देश पर हमला करेगी। सुरेंद्र यादव बीजेपी की आलोचना के क्रम में भूल जाते हैं कि वह क्या बोल रहे हैं।

पीएफआई सदस्यों को जगदानंद ने आरएसएस का बताया था

बता दें, इससे पूर्वआरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने भी बीजेपी की आलोचना के क्रम में बिहार में गिरफ्तार पीएफआई सदस्यों को आरएसएस का आदमी बताया था। उन्होंने कहा था कि पकड़े गये सभी हिन्दू हैं। जगदानंद सिंह ने राम मंदिर के बारे में भी ऊटपटांग बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर नफरत की जमीन पर बन रहा है। अब भारत में सिर्फ उन्मादियों के राम बचेंगे।