India News (इंडिया न्यूज),Bihar Politics: वक्फ संशोधन विधेयक ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। खास तौर पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में हलचल तेज हो गई है। वक्फ बिल पर जेडीयू के रुख को लेकर पार्टी के अंदर अच्छी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। वहीँ सबसे बड़ी बात ये है कि लगातार कई नेता नितीश का साथ छोड़ते जा रहे हैं। वहीँ चुनाव से ठीक पहले बिहार में जेडीयू को कई बड़े झटके लग चुके हैं। जिनमे से एक झटका वक्फ बिल का साथ देना है। वक्फ बिल के चलते अब तक कम से कम 6-7 जेडीयू नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इन सबके पीछे वजह एक ही है।
tejaswi yadav and nitish kumar
दरअसल हुआ कुछ यूँ कि, जेडीयू ने वक्फ बिल पर संसद में मोदी सरकार का समर्थन किया था। बिहार चुनाव से ठीक पहले इन घटनाक्रमों ने नई हलचल मचा दी है। इस्तीफों से जेडीयू में बेचैनी और भी ज्यादा बढ़ गई है। आपको बता दें, जेडीयू में ललन सिंह को विलेन बनाया जा रहा है। हालांकि, नीतीश कुमार की चुप्पी ने भी हलचल और तेज कर दी है। वहीँ मुसलमानों को उम्मीद थी कि खुद को सेक्युलर पार्टी कहने वाली नीतीश कुमार की जेडीयू वक्फ बिल के खिलाफ खड़ी होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में जेडीयू में मुस्लिम नेता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
अब सवाल ये उठने लगा है कि नीतीश कुमार के इस रुख से मुसलमान कितने नाराज़ हैं? क्या तेजस्वी इस नाराज़गी का फायदा उठाकर अपना वोटबैंक भरेंगे। वहीँ कहा तो ये भी जा रहा है कि, तेजस्वी के पास इस बार मुस्लिम वोट को पूरी तरह से अपने पक्ष में करने का पूरा मौका है। बिहार में मुसलमान कहीं न कहीं नितीश की पार्टी से नाराज नजर आ रहे हैं। वहीँ कहा जा रहा है कि तेजस्वी इसका फायदा उठा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव हैं। बिहार में मुसलमानों की आबादी करीब 18%-20% है। ऐसे में संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पर नीतीश कुमार की जेडीयू का समर्थन करना चुनाव में एनडीए के लिए चुनौती बन सकता है।