India News (इंडिया न्यूज), Bhagalpur News: भागलपुर समाहरणालय में कार्यालय परिचारी पदों पर नियुक्ति के लिए भेजी गई रिक्तियों में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए शिक्षित बेरोजगार संघ ने एक दिवसीय धरने का आयोजन किया। धरने में लगभग 500 महिला और पुरुष अभ्यर्थी शामिल हुए, जिन्होंने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह प्रदर्शन भागलपुर समाहरणालय के बाहर किया गया और अभ्यर्थियों ने अपनी आवाज़ बुलंद की।

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अध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया

शिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार दास ने कहा कि 2016 में जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा कार्यालय परिचारी पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। इसके बाद 2023 में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें कई बेरोजगार युवाओं ने आवेदन किया। उन्होंने बताया कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में भी अभ्यर्थी सम्मिलित हुए, लेकिन जब परिणाम सामने आया तो केवल 15 आवेदकों का ही आवेदन स्वीकार किया गया। इस पर संघ ने तीव्र विरोध व्यक्त किया और कहा कि यह पूरी प्रक्रिया अपारदर्शी और अव्यवस्थित है।

अनिल कुमार दास ने कहा, “हम लोग न्याय की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन प्रशासन द्वारा की गई यह प्रक्रिया हमें ठगने जैसा महसूस हो रहा है। हम सभी 500 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन केवल 15 का चयन समझ से परे है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी जातीं तो हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।”

चयन प्रक्रिया को लेकर अभ्यर्थियों ने की मांग

अभ्यर्थियों ने यह भी मांग की कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए और सभी योग्य अभ्यर्थियों को उचित अवसर मिले। इस प्रदर्शन के दौरान उपस्थित अभ्यर्थियों ने अपने अधिकारों की रक्षा की बात की और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।

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