India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Education Department: जहां कल निगरानी विभाग ने 4 शिक्षकों पर एक्शन लिया और उनके नकली प्रमाण पत्र व डाक्यूमेंट्स बरामद किए। वहीँ गोपालगंज जिले में शिक्षा विभाग ने 410 शिक्षकों की उपस्थिति की जांच शुरू कर दी है, जिन्होंने ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर 5 जून से 21 अगस्त के बीच ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं की।

DPO ने दी जानकारी

इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) जमालुद्दीन ने जानकारी दी कि राज्य कार्यालय की ओर से प्राप्त पत्र में बताया गया है कि इन शिक्षकों ने निर्धारित अवधि में पोर्टल पर अपनी उपस्थिति अपडेट नहीं की है। शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे उपस्थिति नहीं दर्ज करने वाले शिक्षकों की अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत करें और यह भी बताएं कि उन्होंने अपनी उपस्थिति क्यों नहीं दर्ज की। इस व्यवस्था का उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

ये भी पढ़ें: Haryana Weather: बारिश से तापमान में गिरावट, जानिए आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम

शिक्षकों की उपस्थिति ऐप पर दर्ज नहीं

सर्वाधिक अनुपस्थित शिक्षक बरौली प्रखंड में पाए गए हैं, जहां 54 शिक्षकों ने ई-शिक्षा कोष ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं की। इसके बाद बैकुंठपुर प्रखंड में 44, सदर प्रखंड में 50, भोरे प्रखंड में 33 और हथुआ प्रखंड में 34 शिक्षकों का नाम है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रखंडों में भी शिक्षकों की उपस्थिति की कमी देखी गई है, जैसे कि कुचायकोट (40), सिधवलिया (38), और विजयीपुर (14)।

इन आंकड़ों के आधार पर, शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की योजना बनाई है। विभाग के अधिकारियों ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से ब्योरा तलब किया है और ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

ये भी पढ़ें: Love Marriage: भतीजी से लव मैरिज करना पड़ा भारी, वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी कमिश्नर निलंबित