India News Bihar(इंडिया न्यूज)Bihar Flood: बिहार में बाढ़ के बढ़ते खतरे को लेकर राज्य और केंद्र सरकार सक्रिय मोड में है। इसी केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा किया। इस दौरान चिराग ने कहा कि इस बार हम पिछले कई दशकों से भी ज्यादा भयावह बाढ़ की स्थिति देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश नेपाल में जिस तरह बाढ़ ने भयावह स्थिति पैदा की है, उसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है।
मैंने बाढ़ प्रभावित कई इलाकों का जायजा लिया। पहली प्राथमिकता लोगों को राहत पहुंचाना है। हमारी सरकार का प्रयास है कि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। मैंने खुद प्रशासन के साथ बैठक की है और हमारी सरकार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद इस मुद्दे पर नजर रख रहे हैं। मैं भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र सरकार जो भी फंड की जरूरत होगी, वह देने के लिए तैयार है।
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‘इस समय विपक्ष के कई नेता विदेश में घूम रहे हैं‘
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, हम उन लोगों में से नहीं हैं जो चुनाव के समय चेहरा दिखाते हैं और फिर कहीं और व्यस्त हो जाते हैं। विपक्ष के कई नेता हैं जो इस समय विदेश में घूम रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार और हमारी केंद्र सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ यहां के लोगों को राहत पहुंचाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत जल्द प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलूंगा। जब तक नदियों को जोड़ने की योजना पर काम नहीं होगा, तब तक साल दर साल यही तस्वीर आती रहेगी। बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की सबसे महत्वाकांक्षी योजना नदियों को जोड़ने की योजना है।
बिहार में बाढ़ ने मचाई तबाही
दरअसल, बिहार में अब तक 55 प्रखंडों की करीब 10 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, बिहार के 16 जिलों पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा के 55 प्रखंडों की 269 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है।