India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Flood: बिहार में बाढ़ की स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है, जिसका एक मुख्य कारण नेपाल में हो रही भारी बारिश भी बन गया है। नेपाल की लगातार बारिश से बिहार के कई जिलों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राज्य के हजारों परिवारों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 16 जिलों में लोग बाढ़ के संकट का सामना कर रहे हैं। घर, संपत्ति और आवश्यक चीजें सब पानी में बह गई हैं, और लाखों लोग नावों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
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नदियों का जलस्तर थमने का नहीं ले रहा नाम
बता दें कि नेपाल में भारी बारिश का असर बिहार की नदियों पर साफ दिखाई दे रहा है। गंगा, कोसी, बागमती, कमला, महानंदा, और गंडक नदियों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा। ये नदियां उफान पर हैं और आसपास के इलाकों में कहर मचा रही हैं। पश्चिमी चंपारण, शिवहर, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधेपुरा, पूर्णिया, बदरपुर, सिवान और पटना जैसे इलाकों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। दूसरी तरफ, प्रशासन की ओर से लगातार राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत लगा दी है।
सरकार ने किया आर्थिक मदद का ऐलान
राहत शिविरों में लोगों के लिए भोजन, पीने का पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं मुहैया कराई जा रही हैं। बाढ़ के चलते कई इलाकों में सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे लोगों का आना-जाना भी मुश्किल हो गया है। बिजली और खाने-पीने की चीजों की भी समस्या हो रही है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने इस आपदा से निपटने के लिए 11,500 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है, जो बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्यों में उपयोग की जाएगी। 200 से अधिक गांवों में बाढ़ का प्रकोप है, और 10 लाख से ज्यादा लोग इस त्रासदी का सामना कर रहे हैं।
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