India News Bihar(इंडिया न्यूज) Bihar Flood: बक्सर रामरेखा घाट की सभी सीढ़ियां डूब चुकी हैं। गंगा अब शहरी इलाकों में घुसने को बेताब दिख रही है। सड़क के साथ-साथ खेतों में मवेशियों के लिए चारा भी डूब गया है। गांव के अंदर अपने मवेशियों के साथ फंसे लोग जान जोखिम में डालकर अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की जद्दोजहद में लगे हैं।

Ujjain News: इंदौर-उज्जैन दौरे पर आ रही हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जानें पूरा कार्यक्रम

कई गांव में घुसा बाढ़ का पानी

ये हाल ब्रह्मपुर प्रखंड के नैनीजोर, सिमरी प्रखंड के गंगौली, राजपुर, हाटा और चक्की प्रखंड का है। कहीं-कहीं पशुपालक अपने मवेशियों को बाढ़ के पानी से निकालते नजर आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी लोगों की परेशानी समझने ब्रह्मपुर के ढाबी इलाके में नहीं पहुंचा है और अधिकारी फोन भी नहीं उठा रहे हैं। जिससे लोगों में काफी नाराजगी है।

जिलाधिकारी ने कहा?

जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के मुताबिक, खतरे के निशान के आसपास पानी है। हम इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। अच्छी खबर यह है कि प्रयागराज में गंगा का जलस्तर घटने लगा है। उम्मीद है कि देर शाम तक बक्सर में भी जलस्तर घटने लगेगा। उसके बाद भी हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जहां भी पानी कम होगा, बीमारियां दस्तक देंगी। इन सभी चीजों से निपटने के लिए रणनीति बनाई गई है।”

बाढ़ प्रभावित लोगों की समस्याएं बढ़ी

बक्सर कोइलवर तटबंध के नीचे बसे गांव के लोगों का हाल बेहाल है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री के साथ-साथ आर्थिक मदद भी भेजती है, लेकिन आज तक न तो हमें मुआवजा मिला और न ही किसी ने इस समस्या के स्थायी समाधान के बारे में सोचा। राहत शिविरों में सिर्फ चावल-दाल खिलाने से हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा।

इजरायल ने घर बैठे ही कर दिया हिजबुल्लाह को तबाह! हजारों पेजर फटने से 8 की मौत-2800 घायल, तबाही देख पूरी दुनिया हैरान