India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Hospital: पटना के राजेंद्र नगर स्थित प्रसिद्ध नेत्र रोग अस्पताल को निजी हाथों में सौंपने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इस अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए बेंगलुरु से डॉक्टरों और अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की कमी देखी गई, लेकिन इसके बावजूद 300 से अधिक मरीजों को मुफ्त सेवाएं दी जा रही हैं। यह अस्पताल पटना में नेत्र रोगों के लिए खासा प्रसिद्ध है और इसके निजीकरण को लेकर चर्चाएं चल रही हैं।

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स्वास्थ्य विभाग और निजी अस्पतालों के बीच इस अस्पताल को लेकर कई बैठकें हो रही हैं, जिसमें इसके निजीकरण के फायदे और संभावनाओं पर चर्चा की जा रही है। बता दें कि, अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि इसे किस निजी संस्था को सौंपा जाएगा। साथ ही, माना जा रहा है कि निजीकरण के बाद इस अस्पताल में नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी और इसे एक अत्याधुनिक नेत्र चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। ऐसे में, इस अस्पताल का एक नया परिसर वर्ष 2020 में बना था, जिसका उद्घाटन भी किया गया था।

अस्पताल में बड़े बदलाव लाने पर लक्ष्य केंद्रित

बता दें कि, इस बदलाव के बाद अस्पताल में अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा सुविधाओं को शामिल किया जाएगा, जिससे नेत्र रोगों के इलाज के लिए यह अस्पताल और भी बेहतर बनेगा। जानकारी के अनुसार, दिवाली के दौरान सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार, सभी अस्पताल किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे। निजीकरण की इस योजना से उम्मीद है कि पटना के इस फेमस आई हॉस्पिटल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।

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