India News (इंडिया न्यूज़), Bihar News: इन दिनों बिहार के सियासी गलियारों में नीतीश कुमार के बीमार हो जाने की खूब चर्चा है । बिहार के विरोधी दलों ने खुलकर कहना शुरू कर दिया है की नीतीश कुमार मानसिक रूप से बीमार हैं। ये बयान बीजेपी के सहयोगी चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, बीजेपी के सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा जैसे तमाम नेता नीतीश कुमार को बीमार साबित करने पर तुले हैं।

अमर्यादित बोलकर नीतीश कुमार बुरे फंसे

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर महिलाओं के खिलाफ अमर्यादित बोलकर नीतीश कुमार बुरे फंसे है। ये विवाद अभी कम भी नहीं हुआ था की सदन में जातीय सर्वेक्षण की समीक्षा के सवाल पर दलित नेता जीतन राम मांझी को नीतीश कुमार कोसने लगे। साल भर पहले जब विजय सिन्हा स्पीकर थे तो सदन में ऐसे ही छोटी सी बात पर स्पीकर विजय पर बरस पड़े थे।

मेमोरी लॉस का कुछ चक्कर,बीजेपी

छोटी बातों पर आपा खो देना , आग बबूला हो जाना ये नीतीश कुमार में देखे जा रहे हैं। अभी हाल ही में एक कार्यकर्ता का पैर छू लेना। मीटिंग में राज्य के गृहमंत्री को ढूंढना। राजगीर में सिख संप्रदाय के लोगों के पास बैठे कर उन्हें धर्मगुरु कहना। मंत्री अशोक चौधरी पर फूल चढ़ाना। ऐसी कुछ घटनाएं हैं जिसे लेकर
बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के बारे में बोलने लगे है की उन्हे मेमोरी लॉस का कुछ चक्कर है।

नीतीश जी मानसिक रूप से बीमार

कुछ नेताओ का यह भी आरोप है कि उन्हें खाने में दवाई दी जा रही है। कुछ नेता ने कहा कि नीतीश जी मानसिक रूप से बीमार हैं। इसके लिए वैसे नेताओं को दोषी बताया जा रहा है जो उनके साथ अक्सर रहते हैं। उन ब्यूरोक्रेट पर भी आरोप लगाया जा रहा है जो उनके साथ साए की तरह रहते हैं।बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को गद्दी छोड देनी चाहिए।

RJD नेताओं ने किया नीतीश कुमार का बचाव

अब उनकी मेडिकल जाँच ज़रूरी है।हालांकि जदयू और आरजेडी के नेताओं ने नीतीश कुमार का बचाव किया है। पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने महिलाओं पर की गई अश्लील टिप्पणी को लेकर कहा भी कि गलती से उनके मुंह से निकल गया। जदयू नेता केसी त्यागी ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार का नहीं बल्कि जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी होने के बाद बिहार विपक्ष के कुछ नेताओं का मानसिक संतुलन खराब हो गया है।

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