India News (इंडिया न्यूज),Bihar News: बिहार में बारिश और तूफान ने भारी तबाही मचाई है। इस बीच नालंदा में एक दुखद घटना सामने आई है। जहां एक विशाल पीपल का पेड़ उखड़कर देवी स्थान (मंदिर) पर गिर गया। जिससे मंदिर में छिपे 12 से 15 लोग दब गए। अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों की मदद से दबे हुए अन्य लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।
मिली जानकारी के ममुतबिक, नालंदा थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक नालंदा खंडहर में एक विशालकाय पीपल का पेड़ जड़ से उखड़ गया। इस हादसे में खंडहर में तैनात एक गार्ड की पेड़ के नीचे दबकर मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान नालंदा थाना क्षेत्र के सारिलचक गांव निवासी स्वर्गीय बसंत लाल के पुत्र राकेश कुमार (28) के रूप में हुई है।
इसी तरह मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में देवी स्थान के पास एक विशालकाय पीपल का पेड़ गिर गया, जिससे भीषण हादसा हो गया। इस घटना में पेड़ के नीचे दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि मंदिर की दीवार गिरने से चार अन्य की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश से बचने के लिए लोग मंदिर में शरण लिए हुए थे, तभी अचानक मंदिर की दीवार भरभराकर ढह गई और चार लोग उसके चपेट में आ गए , जिससे सभी की मौत हो गई।
गिरियक थाना क्षेत्र के दुर्गापुर में पेड़ के नीचे दबकर 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अचानक तेज हवा और बारिश के बीच बच्चा पेड़ के नीचे बैठा था। तभी पेड़ उखड़कर बच्चे के ऊपर गिर गया, जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, बिहार में बारिश और आंधी से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। अपने शोक संदेश में सीएम ने कहा कि भीषण आंधी और वज्रपात से राज्य के विभिन्न जिलों में 25 लोगों की मौत हो गई है। इस कठिन समय में सरकार और पुलिस-प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है। सरकार ने मृतकों के आश्रितों को तत्काल 4-4 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। बता दें कि भीषण आंधी से नालंदा में 18, सिवान में वज्रपात से 2 और कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।