India News Bihar (इंडिया न्यूज),Bihar Politics: बिहार के आरा में राष्ट्रीय जनता दल की जिला इकाई ने जाति जनगणना के बाद आरक्षण की बढ़ी हुई सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। आरा शहर के जेपी स्मारक के पास यह धरना दिया गया, जिसमें जिले के सांसद समेत कई नेता शामिल हुए। इस दौरान नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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‘एनडीए सरकार को आरक्षण से नफरत’
धरने में बैठे आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि कोर्ट के जरिए आरक्षण पर रोक लगी है। इससे साफ पता चलता है कि एनडीए की यह डबल इंजन सरकार, चाहे बिहार में चल रही हो या दिल्ली में, ये लोग आरक्षण के खिलाफ हैं, दलित विरोधी हैं, पिछड़ा विरोधी हैं, अतिपिछड़ा विरोधी हैं। इन्हें आरक्षण से नफरत है।
ये क्रीमी लेयर का मुद्दा उठा रहे हैं. क्रीमी लेयर आर्थिक आधार पर है, इसलिए सबसे पहले इन्हें पूरे देश में जाति जनगणना करानी चाहिए. उसके बाद ये रिपोर्ट जारी करनी चाहिए. उसके बाद ये बताना चाहिए कि इतने दिनों के आरक्षण में इन्होंने कितने सुप्रीम कोर्ट के जज और कितने हाईकोर्ट के जज बनाए हैं. उन्होंने कहा कि वे (सरकार) कोर्ट में आरक्षण की पैरवी करके दलितों में फूट डालना चाहते हैं।
विधानसभा चुनाव को लेकर कही ये बात
आगे सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि अगर आरक्षण खत्म हुआ तो पूरे देश में महाभारत हो जाएगी। कहावत है कि रस्सी जल गई पर मरोड़ नहीं हट रही, इसलिए इस बार उनकी मरोड़ सही हो जाएगी। ये लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन इस देश ने बता दिया है कि यह देश संविधान से और बाबा साहब के संविधान से ही चलेगा। अब प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, तब बताया जाएगा कि आरक्षण खत्म करने का क्या नतीजा होता है। विधानसभा चुनाव में सब पता चल जाएगा।