India News Bihar (इंडिया न्यूज़),Bihar politics: बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को अलविदा कह दिया है। राजद के राष्ट्रीय महासचिव पद पर तैनात रजक ने गुरुवार को अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को अपना त्यागपत्र भेजा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि उनके साथ धोखा हुआ है। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले श्याम रजक के राजद छोड़ने से सियासी पारा गरमा गया है। उनके जदयू में वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं।
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इस वजह से लिया फैसला
जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व विधायक ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अपना इस्तीफा सौंपा है। हाल ही में राजद ने मनोज झा को दोबारा राज्यसभा सदस्य चुनकर संसद भेजा था। वहीं धोबी समाज से मुन्नी रजक को विधान परिषद भेजा था। यहीं से श्याम रजक और राजद के बीच दूरियां पैदा हुईं। चर्चा है कि श्याम रजक को राजद की ओर से आश्वासन दिया गया था कि उन्हें विधान परिषद भेजा जाएगा, लेकिन यह पूरा नहीं हुआ।
2020 में थामा था आरजेडी का दामन
बता दें, श्याम रजक 2020 में आरजेडी में शामिल हुए थे। अगस्त 2020 में श्याम रजक उद्योग मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले थे, तभी जेडीयू ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद विधानसभा से पहले रजक आरजेडी में शामिल हो गए। उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फुलवारी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन यह सीट सीपीआई (एमएल) के खाते में चली गई और इस सीट से सीपीआई (एमएल) के उम्मीदवार गोपाल रविदास चुनाव जीत गए। फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में श्याम रजक समस्तीपुर सुरक्षित सीट से संसदीय चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई और श्याम रजक हाथ मलते रह गए।