India News Bihar (इंडिया न्यूज़) RJD नेता सुनील कुमार सिंह ने बिहार विधान परिषद से अपने निष्कासन को आलाअदालत में चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट ने राजद नेता सुनील कुमार की याचिका पर बिहार विधान परिषद के चेयरमैन और सेक्रेटरी के साथ चुनाव आयोग को भी नोटिस जारी किया है।
नीतीश कुमार को लेकर असंसदीय टिप्पणी
बता दें कि सुनील कुमार सिंह ने विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर असंसदीय टिप्पणी किया था। जिसके चलते सुनील सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी । मानसून सत्र के दौरान आचार संहिता समिति की सिफारिश पर ही राजद नेता सुनील कुमार सिंह विधान परिषद से निष्कासन कर दिया गया था। जिसके बाद अब राजद के पूर्व विधान परिषद के सदस्य सुनील सिंह ने आज यानि 30 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर न्याय कि मांग की है। राजद ने आरोप लगाया था कि नीतीश सरकार संसदीय परंपरा का उल्लंघन करती है और उनके पार्षद को फसाने कि कोशिश की जा रही है।
वहीं सुनील सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने विधान परिषद कार्यालय चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। दरअसल, सुनील सिंह पर बिहार विधान परिषद के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करते हुए मजाक उड़ाना भारी पड़ा गया। वाद विवाद के समय इस मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दुर्व्यवहार से जोड़ा दिया गया। वहीं राजद ने इस मामले में कहा है कि इस असंसदीय टिप्पणी पर ज्यादा से ज्यादा ये सजा होनी चाहिए थी कि पीठासीन पदाधिकारी इस मामले की निंदा कराकर इस मामले पर बैठक करवा लेते।
ऐसे पार्षद का निष्कासन सही नहीं। सैयत ही राजद के कहना है कि इस मामले में सुनील सिंह को सफाई तक का मौका नहीं दिया गया। इस मामले में सुनील सिंह ने आचार समिति के सभापति से उनका दोष क्या है बताने के लिए लिखित मांगा की थी, और किस मामले के अंतर्गत उन्हें दंडित किया जा रहा है। लेकिन इसका भी न कोई साक्ष्य है और नहीं कोई सबूत।
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