India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अब पटना के 5, देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी आवास खाली कर दिया है। उन्होंने इस आवास को भवन निर्माण विभाग को सौंप दिया है। अब मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी विजयादशमी के दिन इसमें गृह प्रवेश करेंगे। आपको बता दें कि इस साल बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद विभाग की ओर से यह आवास उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को सौंप दिया गया है।
Jabalpur News: हैकर ने सहायक यंत्री के खाते से उड़ाए एक लाख, पुलिस जांच में जुटी
तेजस्वी के हाउस गार्ड हटे, सम्राट के गार्ड ने संभाला कब्जा
सम्राट चौधरी के इस घर में प्रवेश करने से पहले उनके हाउस गार्ड और अन्य कर्मियों ने इस पर कब्जा कर लिया था। वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के हाउस गार्ड अब वहां से चले गए हैं। तेजस्वी ने इस घर को खाली करने की प्रक्रिया 25 सितंबर से ही शुरू कर दी थी।
सम्राट चौधरी के गृह प्रवेश से पहले नए सिरे से रंग-रोगन कार्य
5, देशरत्न मार्ग स्थित इस सरकारी आवास में उपमुख्यमंत्री के कार्यालय क्षेत्र और आउटहाउस की रंगाई-पुताई और सफाई की गई है। सम्राट चौधरी के प्रवेश के बाद उनकी सहमति के अनुसार अंदर के कमरों की रंगाई-पुताई की जाएगी।
सुर्खियों में रहता है बंगला नंबर 5
सीएम नीतीश कुमार की उलटबांसी की राजनीति ने पिछले 9 सालों में बिहार में 7 नए डिप्टी सीएम देखे हैं। 2015 में जब महागठबंधन की सरकार बनी थी, तब तेजस्वी यादव नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री बने थे और उन्हें 5 देश रत्न मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया था। बिहार में महागठबंधन की सरकार 22 महीने तक चली और फिर नीतीश कुमार ने पाला बदलकर एनडीए में वापसी कर ली। नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद दिवंगत नेता सुशील कुमार मोदी को फिर से उनकी सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया। 2020 में फिर से चुनाव हुए और दिवंगत नेता सुशील कुमार मोदी को नीतीश कैबिनेट के साथ-साथ बिहार की राजनीति से भी हटा दिया गया।
2020 के चुनाव के बाद बिहार को दो नए डिप्टी सीएम मिले। पहले डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद थे और दूसरे डिप्टी सीएम रेणु देवी थीं। पहले नंबर के डिप्टी सीएम होने के नाते तार किशोर प्रसाद को 5 देश रत्न मार्ग बंगला आवंटित किया गया था। तार किशोर प्रसाद इस बंगले में ज्यादा दिन नहीं रहे और एक बार फिर नीतीश कुमार की यू-टर्न नीति के कारण गठबंधन बदल गया और बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई. तेजस्वी यादव को फिर से नीतीश कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री का पद मिला और तेजस्वी यादव इसी बंगले में रहने लगे।