India News (इंडिया न्यूज), Bihar Vehicle: बिहार के रोहतास जिले के काराकाट थाना क्षेत्र में एक अजीब मामला सामने आया है, जहां एक वाहन मालिक को बिना किसी कारण के ई-चालान भेजा गया। परमेंद्र सिंह, जो लोरीबांध गांव के निवासी हैं, के पास एक हार्वेस्टर गाड़ी है, जो कई महीनों से उनके घर के बाहर खड़ी है। 1
क्या है पूरा मामला
5 जनवरी 2025 को उन्हें लखनऊ (उत्तर प्रदेश) से 5000 रुपये का चालान भेजा गया, जबकि उनकी गाड़ी न तो लखनऊ गई थी और न ही उसे वहां किसी सड़क पर चलाया गया था। परमेंद्र सिंह ने जब चालान का विवरण ऑनलाइन चेक किया, तो पाया कि चालान किसी ट्रक की तस्वीर अपलोड कर के काटा गया था, जो पूरी तरह से ग़लत था। उन्होंने 19 जनवरी को काराकाट थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई।
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आवेदन में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी गाड़ी उत्तर प्रदेश में कहीं भी नहीं गई और चालान का मामला पूरी तरह से गलत था। काराकाट थाना के अपर थानाध्यक्ष रवि भूषण कुमार ने बताया कि परमेंद्र सिंह का आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाएगा ताकि सही जानकारी सामने आ सके। इस घटना ने एक बार फिर से ई-चालान प्रणाली की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामले में वाहन मालिकों ने कहा
वाहन मालिकों का कहना है कि इस प्रणाली के कारण उन्हें कई बार बिना किसी वजह के चालान का सामना करना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि वे आर्थिक रूप से भी प्रभावित हो रहे हैं। ई-चालान का उद्देश्य भ्रष्टाचार को रोकना और परिवहन विभाग में पारदर्शिता लाना था, लेकिन इस तरह की घटनाएं इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही हैं।