India News (इंडिया न्यूज)Caste Census: केंद्र सरकार द्वारा देशभर में जाति आधारित जनगणना की घोषणा के बाद से ही बिहार में क्रेडिट पॉलिटिक्स चल रही है। चुनावी साल में सत्ता पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को हथियाने की होड़ में है। एनडीए जहां जाति आधारित जनगणना को नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार का विजन बता रहा है, वहीं बिहार में सभी विपक्षी दल इसे अपनी जीत बता रहे हैं।
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने इसे लालू प्रसाद यादव की पुरानी मांग और राष्ट्रीय जनता दल की जीत बताया है, जबकि कांग्रेस राहुल गांधी द्वारा उठाए गए इस मुद्दे का श्रेय ले रही है। अब जब देशभर में जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी, तो बीजेपी ने इसे लेकर आरजेडी और कांग्रेस पर तंज कसा है।
बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव की इच्छा पूरी की है। अब सम्राट के इस बयान पर बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह हमारी विचारधारा की जीत है। हमने यह लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की।
तेजस्वी यादव ने कहा, “देश के हर एजेंडे पर सरकार पीछे है और लालू उनसे कई कोसों आगे हैं। लालू जी की यह सोच 30 साल पुरानी थी, उन्होंने जो लड़ाई लड़ी, वह पूरी हुई। लालू जी ने पहले 2015 में कहा था कि अगर सभी आरएसएस वालों के कान पकड़कर यह जनगणना करानी पड़े, तो हम करवाएंगे।”
हमारी लड़ाई ही इन लोगों की मजबूरी बन गई। तेजस्वी यादव ने कहा कि सम्राट चौधरी हमारे एजेंडे पर काम कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि हमारी महागठबंधन सरकार ने आरक्षण को बढ़ाकर 65% कर दिया, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया। वैसे भी हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जनगणना में फिलहाल 4 साल की देरी हो रही है। देखना होगा कि यह जनगणना कब होती है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर परिसीमन से पहले जातिगत जनगणना हो जाए तो अच्छा रहेगा।