India News (इंडिया न्यूज), Jharkhand Election: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान समाप्त हो चुका है। बता दें, अंतिम चरण का मतदान 20 नवंबर को 38 सीटों पर होगा। इस बार झारखंड में जेडीयू और बीजेपी गठबंधन में हैं, और जेडीयू ने गठबंधन के तहत दो सीटों पर चुनाव लड़ा है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड में प्रचार नहीं किया, जिसे लेकर विपक्ष ने एनडीए में दरार होने का आरोप लगाया है। इसके अलावा, राजद प्रवक्ता अरुण यादव ने कहा, “नीतीश कुमार चुनाव प्रचार में क्यों नहीं गए, इसका जवाब जेडीयू को देना चाहिए।”
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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कसा तंज
उन्होंने दरभंगा में एम्स शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूने की घटना का जिक्र करते हुए सवाल किया कि “क्या नीतीश कुमार एनडीए में केवल चरण वंदना के लिए हैं?” बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी की नीतियों से नीतीश कुमार असंतुष्ट हैं, इसीलिए वह प्रचार से दूर रहे। ऐसे में, विपक्ष के आरोपों पर जेडीयू प्रवक्ता निहोरा यादव ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी झारखंड में केवल दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
23 नवंबर को आने वाला है रिजल्ट
इन सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और जेडीयू के अन्य नेताओं ने प्रचार किया। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जाने की आवश्यकता नहीं थी।” देखा जाए तो, चुनाव परिणाम आने के बाद ही यह साफ होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रचार से दूर रहने का झारखंड के विधानसभा चुनावों पर क्या असर पड़ा है। अब सबकी नजरें 23 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं।
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