India News (इंडिया न्यूज), Bihar Farmers: भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर किसानों का विरोध तेज हो गया है। हवाई अड्डे के लिए चयनित भूमि को लेकर किसान एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि यह भूमि सिंचित और उपजाऊ है, जिस पर साल भर तीन फसलें उगाई जाती हैं, और यह उनकी रोजी-रोटी का अहम स्रोत है।
सरकार पर लगाए आरोप
किसानों का आरोप है कि सरकार ने जिस भूमि को हवाई अड्डे के निर्माण के लिए चिन्हित किया है, वह अत्यधिक उपजाऊ है और गंगा पम्प नहर योजना से सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। इस भूमि पर धान, गेहूं और मूंग की फसल उगाई जाती है, जो उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है। किसानों ने यह स्पष्ट किया कि अगर यह भूमि सरकार को दे दी जाती है, तो वे भूमिहीन हो जाएंगे और उनका जीवन यापन मुश्किल हो जाएगा।
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किसानों ने यह भी कहा कि सुल्तानगंज के आसपास के क्षेत्रों में गौराडीह में हवाई अड्डा का निर्माण किया जाए, क्योंकि यह जिला मुख्यालय से नजदीक है और यहां पर भूमि का चयन किसानों के लिए कम हानिकारक होगा। किसानों के विरोध में दशरथ मांझी, अनुज कुमार, सुजीत कुमार, नंदन यादव, रामानंद शर्मा, रुदल यादव, नीरज कुमार और अन्य किसान शामिल हैं।
प्रशासन को मिलेगी चुनौती
सभी ने एक स्वर में यह कहा कि वे अपनी ज़मीन किसी भी हाल में हवाई अड्डे के निर्माण के लिए नहीं देंगे। किसानों का यह आंदोलन आगे चलकर प्रशासन और सरकार के लिए एक चुनौती बन सकता है। किसानों की यह जिद और उनका एकजुट विरोध यह दर्शाता है कि भूमि अधिग्रहण के मामलों में स्थानीय लोगों की राय और उनके अधिकारों का सम्मान करना कितना आवश्यक है।