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Gaya News: गयाजी में विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2023 का उद्घाटन, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए तमाम व्‍यवस्‍थाएं

Itvnetwork Team • LAST UPDATED : September 28, 2023, 9:14 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़) Gaya News: गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2023 का उद्घाटन बिहार के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता कृषि मंत्री, कुमार सर्वजीत, एमएलसी जीवन कुमार, पूर्व मंत्री डा. प्रेम कुमार व गया सांसद विजय कुमार मांझी,ने संयुक्‍त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। यह पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगी।

तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए की गई तमाम व्‍यवस्‍थाएं

मेला में पिंडदान के लिए आनेवाले लोगों की सुविधाओं के लिए तमाम व्‍यवस्‍थाएं की गई हैं। पितृपक्ष मेला में इस साल आठ से दस लाख तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है और उनके स्‍वागत के लिए मोक्ष नगरी गयाजी पूरी तरह तैयार है। गयाजी में पितृपक्ष मेला को लेकर जिला प्रशासन ने मेला क्षेत्र में तीर्थयात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की मुकम्मल व्‍यवस्‍था का दावा किया है, और साथ ही मेला क्षेत्र को सजाया गया है।

दस लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्‍मीद

मेले के उद्घाटन को लेकर विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में भव्य पंडाल बनाया गया है। विष्णुपद मंदिर परिसर में बने भव्य पंडाल में मंत्रों उच्चारण के साथ पितृपक्ष मेला का शुभारंभ किया गया है। पितरों को मोक्ष की कामना को लेकर तीर्थयात्रियों का आगमन प्रारंभ हो गया है, और देश-विदेश से पिंडदानी कर्मकांड के लिए आने लगे हैं। इस बार आठ से दस लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्‍मीद है, और पिंडदान एवं तर्पण के लिए फल्गु तट पर देवघाट, ब्राह्मणी घाट, पितामहेश्वर व सीताकुंड घाट का खास महत्व है। इन घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है।

ठहरने की क्‍या है व्‍यवस्‍था, जानिए

गया आने वाले तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए गांधी मैदान में 25 सौ तीर्थ यात्रियों के एक साथ ठहराने की व्यवस्था की गई है। मेला क्षेत्र में दर्जनों धर्मशालाएं व होटल भी हैं। पंडा समाज द्वारा बनाए गए निजी भवनों में भी तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने निजी आवासों का भी रजिस्ट्रेशन किया है। पितृपक्ष मेला 63 स्थान पर 17 हजार 800 तीर्थ यात्रियों को रहने का समुचित व्यवस्था है।

बदली गयी शहर की ट्रैफिक व्यवस्‍था

पितृपक्ष मेला के दौरान प्रशासन ने गया शहर के कई मार्गों की यातायात व्यवस्था में परिवर्तन किया है। मेला क्षेत्र को वन वे किया गया है। शहर में प्रात: तीन बजे से रात्रि 11 बजे तक बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। चांद चौरा से विष्णुपद मंंदिर तक किसी भी वाहन के जाने की अनुमति नहीं है।

यहां कर सकते वाहनों की पार्किंग

यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए बड़े एवं छोटे वाहनों की पार्किंग के लिए सिकड़िया मोड़ बस स्टैंड, केन्दुई, पहड़तली, चंदौती बाजार, प्रेतशिला, आइटीआई कैंपस, पॉलिटेक्निक परिसर में व्यवस्था की गई है। छोटे वाहनों के लिए संक्रामक अस्पताल परिसर व पंचायती अखाड़ा में पार्किंग की व्‍यवस्‍था है।

43 जोन 329 सेक्टर में पदाधिकारी को लगाया गया है

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को सफल आयोजन के लिए गया जिला प्रशासन की ओर से 43 जोन बनाया गया है। और 43 जोन को 329 सेक्टर मेला क्षेत्र को बताकर पदाधिकारी को लगाया गया है।

200 सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है

मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाने के लिए 200 सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। किसी भी उपद्रवियों मेला क्षेत्र कोई अनहोनी न हो इसके लिए को नजर बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरा से पैनी नजर बनाए हैं।

6000 हजार पुलिस कर्मी के जीमे पितृपक्ष मेला

मेला क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पूरे मेला क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए 6 हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

 

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