Maha kumbh Stampede: उत्तरी भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में कई लोगों की जान जाने की खबर से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। हादसे में कुछ लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं और उनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी तेज हो गई है।
ट्विटर पर साझा किया संदेश
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने इस हादसे के लिए सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “महाकुंभ में भगदड़ में दर्जनों लोगों की मौत, यह सरकार है या जोकरों का अड्डा! हिंदू के ठेकेदार बनने वालों ने एक कुंभ मेला भी ठीक से आयोजित नहीं किया।
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2013 में आजम खान ने महाकुंभ के प्रभारी मंत्री के तौर पर शानदार आयोजन किया था, लेकिन आज ढोंगी सिर्फ आयोजन के नाम पर अपना चेहरा चमका रहे हैं।”
BJP पर साधा निशाना
पप्पू यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि अगर महाकुंभ आयोजन पर कथित तौर पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, तो आम लोगों के लिए सुविधाएं क्यों नहीं दी गईं? उन्होंने पूछा, “भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था क्यों नहीं की गई? क्या ये सरकार सिर्फ बीजेपी नेताओं के वीआईपी स्नान और चेहरा चमकाने के लिए है?” इसके साथ ही उन्होंने महाकुंभ आयोजन में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इस रकम की जांच की मांग की।
महामंडलेश्वर प्रेमानंद का वीडियो किया शेयर
पप्पू यादव ने महामंडलेश्वर प्रेमानंद का एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें वे रोते हुए कहते हैं कि प्रशासन सिर्फ वीआईपी की सेवा में जुटा है और आम लोगों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं की जा रही। पप्पू यादव ने इस वीडियो को साझा करते हुए सरकार को लानत भेजी और कहा, “हिंदू के ठेकेदार बनते हो, लेकिन ऐसे लोगों को मरने के लिए छोड़ देते हो।”