India News(इंडिया न्यूज़),Manorama Devi Biography: बिहार उपचुनाव 2024 की लहर थम गई है। बीते शनिवार को फैसला हो गया। कहीं उदासी है कहीं उत्साह। दरअसल इस उपचुनाव में एनडीए ने ना केवल अपनी एक सीट इमामगंज को सुरक्षित रखा बल्कि महागठबंधन से तीन सीटें भी छीन लीं। करारी जीत के बाद एनडीए में उत्साह और खुशी का माहौल है, वहीं 34 साल बाद बेलागंज सीट आरजेडी से हथियाने वाली मनोरमा देवी (Manorama Devi) ने अपनी जीत पर प्रतिक्रिया दी है
उन्होंने कहा कि बेलागंज की जनता को जीत की बधाई। मैं इस जीत के लिए एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी हाईकमान का आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने पीएम मोदी का भी आभार जताया। उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता से वादा किया कि हम कम समय में अच्छा काम करके बेलागंज की जनता को दिखाएंगे, ताकि जनता हमें भविष्य में भी सेवा का मौका दे।
आपको बता दें कि बेलागंज में पहले 15 राउंड के बाद 15वें राउंड में विश्वनाथ के विश्वनाथ कुमार सिंह ने उन्हें हराकर जीत हासिल की थी. मनोरमा देवी को 73334 वोट मिले थे और उन्हें विधानसभा से 21391 वोट मिले थे. विश्वनाथ कुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।
इस मॉडल में बेलागंज असम की सबसे महत्वपूर्ण सीट मानी जा रही थी क्योंकि 1990 से लगातार बेलागंज से सुरेन्द्र यादव चुनाव जीतते आ रहे थे। बता दें कि 34 साल पहले तक इस सीट पर सुन्दर यादव का कब्जा था लेकिन इस बार वोसोम में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी और बेटों को टिकट मिला लेकिन इस गढ़ में बचे उनके पिता और उनके पिता फाइनल तक नहीं पहुंच सके और उन्हें नामांकन की महिला उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
मनोरमा देवी का जन्म 1970 में ट्रक ड्राइवर हजारा सिंह और कबूतरी देवी के घर हुआ था। 1989 में मनोरमा देवी की शादी देवघर में बिंदी यादव से हुई। उस समय बिंदी यादव का काम चल रहा था।
बिंदी यादव 2001 में जिला परिषद के अध्यक्ष बने, जबकि मनोरमा यादव 2001 में मोहनपुर प्रखंड की प्रमुख बनीं। इसके बाद मनोरमा देवी एमएलसी पद तक पहुंचीं। 2020 में उन्हें टिकट दिया गया, लेकिन चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मनोरमा देवी का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। 2016 में मनोरमा देवी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। दरअसल, राज्य में शराबबंदी लागू होने के बाद भी पुलिस ने उनके आवास से शराब बरामद की थी।
इस रानी ने अपने ही भाई के साथ किया ऐसा काम!
हाल ही में एनआईए ने मनोरमा देवी और उनसे जुड़े लोगों के बारे में खुलासा किया था। एनआईए ने उनके बिहार में कनेक्शन और यात्रा के लिए पैसे होने के संदेह पर यह कार्रवाई की थी। बस से हथियार और कई दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। इन सभी बसों में सवार होकर मनोरमा देवी ने बेलागंज सीट से शानदार जीत दर्ज की है।
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