India News (इंडिया न्यूज), Chhath Puja: बिहार में इस साल छठ महापर्व के दौरान कई जिलों से डूबने की दर्दनाक घटनाएं सामने आई हैं। पिछले एक महीने से छठ की तैयारियां जोरों पर रहीं। बीते एक हफ्ते में राज्य के विभिन्न हिस्सों में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। छठ पूजा का यह पवित्र पर्व कई परिवारों के लिए मातम में बदल गया है, जिससे कई घरों में शोक का माहौल बना हुआ है।
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प्रशासन की व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
छठ पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद इन घटनाओं ने प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि, कई लोगों का कहना है कि सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी के बावजूद डूबने की घटनाएं हुईं, जिससे लोगों का गुस्सा भी फूटा। सुरक्षा में कमी और लापरवाही के कारण कई घटनाओं में नाव पलटने से लोग डूब गए, जबकि कुछ ने पानी में पैर फिसलने से जान गंवाई। जानकारी के मुताबिक, छपरा, रोहतास, बांका, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, पूर्णिया, मधेपुरा, और कटिहार जैसे जिलों में डूबने की घटनाएं सामने आई हैं।
लापता लोगों की तलाश जारी है
इन जिलों में छठ घाटों पर व्यवस्था में कमी देखी गई, जिससे कई अनहोनी घटनाएं हुईं। इसके अलावा, लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह के महापर्व पर और अधिक सावधानी बरतनी चाहिए थी ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। हर साल छठ पूजा के दौरान लाखों श्रद्धालु नदी किनारे सूर्य को अर्घ्य देने आते हैं, ऐसे में सुरक्षा का खास ख्याल रखना जरूरी है। बिहार में इस साल छठ पर्व की ये घटनाएं प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती पर सवाल खड़ा करती हैं। अब लोग उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले समय में प्रशासन इस ओर ध्यान देकर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाएगा।
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