India News (इंडिया न्यूज़), Tejashwi Yadav, पटना: बिहार में खड़गिया को भागलपुर से जोड़ने वाला निर्माणधीन पुल रविवार को भरभरा कर तास के पत्तों की तरफ ढह गया। अब इस मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी ने कहा कि जब मैं नेता विरोधी दल था उसी वक्त मैंने इस मामले को उठाया था। फूल की गुणवत्ता पर मुझे पहले से संदेह था।

  • आईआईटी रुड़की को जांच का जिम्मा दिया गया
  • रिपोर्ट आने के बाद नया पुल बनेगा
  • दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी

तेजस्वी ने कहा कि आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट आने के बाद अब नए सिरे से पुल का निर्माण कराया जाएगा। नए पुल के निर्माण में जो राशि खर्च होगी वह पुल बनाने वाले कांट्रेक्टर से ही लिया जाएगा। तेजस्वी के अनुसार कंपनी को नवंबर दिसंबर में समीक्षा के बाद काम रोकने का स्पष्ट निर्देश दिया था।

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी

बीजेपी के द्वारा सीबीआई जांच के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि विरोधी क्या बोलते हैं उससे कोई लेना देना नही … कुछ नहीं कहना है …जांच में सब कुछ स्पष्ट है ….सीबीआई वाले इंजीनियर तो हैं नहीं है। इस पुल का निर्माण बिहार सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है, पुल गिरने के लिए जो दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

1700 करोड़ पुल की लागत

गंगा नहीं पर बना रहा पुल रविवार को गिरा गया था। पुल के पाया नंबर 10,11,12 के ऊपर का पूरा सुपर स्ट्रक्चर गिर गया है जो लगभग 200 मीटर होगा। 27 अप्रैल 2022 को भी इस पुल एक स्ट्रक्चर गिर गया था। इसकी लंबाई 100 मीटर थी। इस परियोजना की लागत 1710.77 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास किया गया था। इस पुल तथा सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे, इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है जबकि एप्रोच पथ की कुल लंबाई करीब 25 किलोमीटर है।

यह भी पढ़े-