इंडिया न्यूज़ (Nitish kumar on KCR Rally): लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी को केंद्र की सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुट होने की कोशिश कर रही हैं। इसी को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख और तेलांगना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने खम्मम जिले में बुधवार को विपक्ष के बड़े नेताओं के साथ महारैली का आयोजन किया था। तेलंगाना सीएम की रैली में न तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिखे और न ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नजर आए।

वहीं केसीआर की महारैली मे जाने का न्योता नहीं मिलने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान सामने आया है। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं अपने किसी और काम में व्यस्त था और मुझे केसीआर की रैली के बारे में पता ही नहीं था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को रैली में में बुलाया गया होगा, वो वहां गए होंगे। मुझे बुलाते तो भी नहीं जा पाता।

विपक्ष एकजुट होकर आगे बढ़ते रहे, इससे देश को फायदा होगा: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि मैं कहता रहता हूं। मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए। मेरा केवल एक ही सपना है। विपक्षी नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ते हुए देखना। इससे देश को फायदा होगा। मेरी कोई व्यक्तिगत ख्वाहिश नहीं है। नीतीश कुमार कई बार विपक्ष को एकजुट करने की बात करते रहे हैं।

केसीआर की महारैली में विपक्ष के बड़े नेता हुए थे शामिल

तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भाकपा महासचिव डी राजा समेत विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा था कि अगर बीआरएस सत्ता में आती है तो सेना में भर्ती के लिए लागू अग्निपथ योजना को समाप्त कर दिया जाएगा।