India News(इंडिया न्यूज),Anant singh vs sonu monu: बिहार में राजनीति के अपराधीकरण का बेहद पुराना इतिहास रहा है। यहां बाहुबलियों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में बिहार रक्तरंजित होता रहा है। बीते कुछ समय समय से शांत दिख रहा बिहार का मोकामा गोली की गूंज से थर्रा उठा है।
हुआ कुछ ये है कि मोकामा के पूर्व विधायक छोटे सरकार अनंत सिंह के बाहुबल को इस बार चुनौती दी है सोनू-मोनू नाम के दो भाइयों ने। एक तरफ अनंत सिंह कह रहे हैं कि कोई गोली चलाएगा तो हम भी जान लेंगे और देंगे। वहीं दूसरी तरफ सोनू-मोनू कह रहे हैं तो अगर विधायक जी गोली चलाएंगे तो हम बम चलाएंगे।
हार्ट ब्लॉक होने से पहले शरीर में दीखते हैं ये 3 लक्षण, दिल बंद होने से पहले ऐसे करें पहचान
अनंत सिंह को खुली चुनौती
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब इस इलाके में अपने आपको छोटे सरकार कहने वाले अनंत सिंह के ऊपर बीते बुधवार को गोली चल गई। वह भी सोनू-मोनू नाम के दो भाइयों की तरफ से, जो अभी-अभी बाहुबल की दुनिया में पैर जमा रहे हैं। घबराए अनंत सिंह कह रहे हैं कि गोली चलेगी तो चलेगी, लोग मरेंगे तो मरेंगे। हम चूड़ियां पहनकर नहीं बैठेंगे।
अनंत सिंह को चुनौती दे रहे सोनू-मोनू भी यहां तैयार बैठे हैं। वे कह रहे हैं कि विधायक जी गोली चलाएंगे तो हम बम चलाएंगे। अनंत सिंह की नाक के नीचे सोनू-मोनू ने अपना एक मजबूत गिरोह बना लिया है। आस-पास के कुछ गांवों के लोग भी उनके समर्थन में खड़े हैं।
जानें पूरा घटनाक्रम
दरअसल, सोनू-मोनू ईंट-भट्ठा व्यवसाय भी करते हैं। इसी के लेन-देन के सिलसिले में उन्होंने अपने पूर्व क्लर्क मुकेश के घर पर मारपीट कर ताला जड़ दिया था। पुलिस से निराश होकर मुकेश अपने परिवार के साथ छोटे सरकार के दरबार में पहुंच गया। अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ मुकेश के गांव हमजा पहुंचे और ताला खुलवाकर सोनू-मोनू को बुलवाया, लेकिन वहां से फायरिंग शुरू हो गई।
बाद में अनंत सिंह के समर्थक सोनू-मोनू के गांव नौरंगा भी पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग की। मोकामा के इस इलाके में गोलियों की आवाज फिलहाल भले ही कम हो गई हो, लेकिन लंबे समय के बाद यहां दबे बारूद ने आग जरूर पकड़ ली है। इस साल बिहार में चुनाव की गर्मी इस बारूद में और घी डालने का काम करेगी।