India News (इंडिया न्यूज), CG News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में इस बार गणतंत्र दिवस पर इतिहास रचने की तैयारी है। आजादी के 76 साल बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में 30 नए सुरक्षा कैंपों में पहली बार तिरंगा लहराया जाएगा।

नक्सलियों के कोर इलाकों में स्थापित इन कैंपों में अब तक स्थानीय लोग तिरंगे की शान से महरूम रहे थे। लेकिन इस बार बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने यह सुनिश्चित किया है कि राष्ट्रीय पर्व का आयोजन धूमधाम से होगा।

 

30 नए सुरक्षा कैंप खोले

बस्तर आईजी ने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों में केवल मुख्यालयों तक सीमित रहने के बजाय धुर नक्सल इलाकों में भी तिरंगा लहराने की योजना बनाई गई है। इन इलाकों में 30 नए सुरक्षा कैंप खोले गए हैं, जहां पहली बार गणतंत्र दिवस का आयोजन होगा।

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राष्ट्रीय पर्व को धूमधाम से मनाना

इस कदम का उद्देश्य न केवल राष्ट्रीय पर्व को धूमधाम से मनाना है, बल्कि नक्सलियों के खिलाफ एक सख्त संदेश भी देना है। इन इलाकों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। साथ ही, कैंपों के आसपास के गांवों के लोगों को भी इस आयोजन में शामिल किया जाएगा। यह पहल स्थानीय लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने और नक्सलियों के प्रभाव को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन

आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर रेंज के सभी संवेदनशील इलाकों में इस बार गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान पूरी तरह से तैयार हैं। इन इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है और स्थानीय समुदाय को भी जागरूक किया जा रहा है।

 

सुरक्षा बलों की सफलता और शांति

दंतेवाड़ा और आसपास के इलाकों में तिरंगे के शान से लहराने का यह फैसला न केवल सुरक्षा बलों की सफलता को दर्शाता है, बल्कि यह क्षेत्र में शांति और विकास के नए युग की शुरुआत का संकेत भी है।

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