India News (इंडिया न्यूज), Manipur Violence: NIA मणिपुर में पिछले साल से जारी हिंसा मामले में NIA ने तीन नये मामले दर्ज कर अपनी जांच शुरू की है। ये जांच 13 नवंबर को शुरू की गयी थी। गृह मंत्रालय ने इस मामले पर कड़ा रूख अपनाया है और गंभीर मामले की जांच NIA से करवाने के आदेश दिये थे। जो तीन नये मामले NIA ने दर्ज किये है उनमें CRPF पर हमला, नागरिकों की हत्याओं और एक महिला के मर्डर केस से जुड़ा है।
पहला मामला: सात नवंबर को मणिपुर के जिरिबाम में एक 31 साल की महिला की आंतकियों ने बलात्कार के बाद हत्या कर दी थी। महिला अपने घर पर थी जब आतंकियों ने इस महिला के साथ बलात्कार कर उसके घर में ही जिंदा जला दिया था। मैतई समुदाय के लोगों ने जिरिबाम में रात में हमला किया था और 20 घरों में आग लगा दी थी, ज्यादातर लोग भाग कर जंगलों में छिप गये थे लेकिन ये महिला इन आतंकियों के चंगुल में फंस गयी थी।
दूसरा मामला: 11 नवंबर को मैतेई समुदाय ने जिरिबाम में ही CRPF की चौकी पर दोपहर तीन बजे हमला किया जिसमें CRPF का एक जवान शहीद हुआ था और 11 मैतेई आतंकी मारे गये थे। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किये गये थे। आतंकियों के साथ ये मुठभेड़ करीब घंटे भर तक चली थी। इस मामले की जांच NIA को दी गयी है।
तीसरा मामला: ये मामला भी 11 नवंबर की घटना से जुड़ा है जिसमें आतंकियों ने जिरिबाम के बोरोबेकरा इलाके में घरों में आग लगा दी थी और आठ लोगों की हत्या की थी जिसमें 3 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल थे। इसमें पहले आतंकियों ने घरों पर हमला किया, आग लगाई और दो लोगों को जला कर मार डाला। पुलिस और सीआरपीएफ ने जवाबी फायरिंग की जिसके बाद आतंकी फरार हुये लेकिन तीन महिलाओं और बच्चों को अगवा कर ले गये और बाद में उनकी हत्या कर दी। आतंकियों ने तीन साल के बच्चे को भी नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि बच्चें की आंख तक निकाली हुयी थी और इनकी लाश को नदी में फेंक दिया था। अब इन तीनों मामलों की जांच NIA करेगी ताकी असली गुनहगारों को सजा दिलाई जा सके।