India News (इंडिया न्यूज), Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने सातवें बजट में स्पेस इकॉनमी के लिए 1000 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। यानी अब अंतरिक्ष से जुड़े शोध, काम और मिशन आदि के लिए केंद्र सरकार की ओर से 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले दस सालों में स्पेस इकॉनमी को पांच गुना करने की कोशिश है। इसलिए इस सेक्टर के लिए इस राशि का ऐलान किया गया है। जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देना है।

इस बजट पर एक्सपर्ट ने क्या कहा

भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. भट्ट (सेवानिवृत्त) ने सरकार की इस कदम की प्रशंसा करते हुए कहा, “अगले दशक में भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को पांच गुना बढ़ाने के लिए केंद्रीय बजट का दृष्टिकोण इस क्षेत्र के लिए सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 1000 करोड़ रुपये के वी.सी. फंड की घोषणा एक कदम आगे है, जो इस पूंजी-गहन क्षेत्र में इन नए उपक्रमों के सामने आने वाली वित्तपोषण चुनौतियों का समाधान करता है।” उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि भारत भर में प्रस्तावित 12 औद्योगिक पार्कों में अंतरिक्ष क्षेत्र को भी शामिल किया जाएगा, जिससे अंतरिक्ष और उपग्रह विनिर्माण को पर्याप्त बढ़ावा मिलेगा।

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सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन (SIA-India) के महानिदेशक अनिल प्रकाश ने भी स्पेस में संभावित आर्थिक लाभों पर प्रकाश डालाते हुए कहा, “अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए 1000 करोड़ रुपये का उद्यम पूंजी कोष एक सराहनीय पहल है जो इस महत्वपूर्ण उद्योग के भीतर नवाचार और विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगा। भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का विस्तार कृषि और आपदा प्रबंधन में उपग्रह-आधारित सेवाओं से लेकर उन्नत संचार प्रणालियों और अंतरिक्ष अन्वेषण मिशनों तक विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करने वाला है।”

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