India News (इंडिया न्यूज़), 2000 Notes, दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के निर्णय के एक महीने के भीतर कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये में से दो तिहाई से ज्यादा (2.41 लाख करोड़ रुपये से अधिक) नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं। आरबीआई ने 19 मई को दो हजार के नोट वापस लेने का फैसला किया था। बैंक ने लोगों से अपील है की 30 सितंबर तक दो हजार के नोट बैंकों में जमा कर दे।
- 85 प्रतिशत ने जमा किए
- 67 प्रतिशत नोट वापस आए
- अर्थव्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं
आरबीआई गवर्नर के अनुसार, मोटे तौर पर 2000 के लगभग 85 प्रतिशत नोट बैंक खातों में जमा किए गए है। लोग बदलवाने की बजाय 2000 के नोट को बैंक में जमा ज्यादा कर रहे हैं। इससे पहले, 8 जून तक 1.8 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये वापस आए थे यानि लोग धीरे-धीरे बैंकों में नोट जमा कर रहे है।
सकारात्मक परिणाम
गवर्नर ने कहा कि ‘मैं आपको स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस लिये जा रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। दास ने कहा, ‘‘जब 2,000 रुपये का नोट वापस लेने का फैसला किया गया, उसका आर्थिक वृद्धि से कोई संबंध नहीं था….इस फैसले का जो भी नतीजा होगा, उसका पता बाद में चलेगा लेकिन एक चीज मैं आपको स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस ले रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। बाकी कितना सकारात्मक परिणाम आता है, वह आगे पता चलेगा।’’
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