India News (इंडिया न्यूज),Ankush Sharma:क्रिप्टो और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए अंकुश शर्मा को ‘भारत की शान’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, 30 वर्ष की कम आयु में अंकुश शर्मा की उपलब्धियां असाधारण हैं, ऐसे में अनेक सम्मानों के साथ यह सम्मान भी उनके साथ जुड़ गया है। अंकुश शर्मा को यह पुरस्कार वरिष्ठ पत्रकार रचना बंसल के साथ विशेष साक्षात्कार के दौरान प्रदान किया गया। साक्षात्कार के दौरान अंकुश शर्मा ने ब्लॉकचेन,क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में प्रभावशाली तरीके से अपनी बातें रखीं और लोगों को इसकी बारीकियों के बारे में बताया।अंकुश शर्मा ब्लॉकचैन में सूचनाओं और ज्ञान की खाई को पाटते हुए अग्रणी शख्सियत के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। इनका अपने अध्ययन क्षेत्र के प्रति समर्पण और दूसरों को ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में शिक्षित करने का समर्पण प्रशंसनीय है। दरअसल क्रिप्टो और ब्लॉकचेन में ग़लत सूचनाओं और काम की दिशा से लोग अक्सर सफल नहीं हो पाते, अंकुश शर्मा ने इस उभरते क्षेत्र में उचित मार्गदर्शन और शिक्षा की आवश्यकता को पहचाना और लोगों को सही मार्गदर्शन देने का फैसला किया।
क्या है ब्लॉकचेन और क्रिप्टो करेंसी ?
अंकुश शर्मा बताते हैं कि ब्लॉकचेन ऐसी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है, जहां कोई प्राइवेसी के साथ डेटा को संरक्षित और सुरक्षित रख सकता है, ब्लॉकचेन को आसान करते हुए इन्होंने समझाया कि कई सारे ब्लॉक्स आपस में जुड़े होते हैं, इसलिए इसे ब्लॉकचेन कहा जाता है। वेब 3.O के बारे में अंकुश शर्मा ने बताया कि अब फाउंडर, डेवलेपर, कंटेंट क्रिएटर के साथ उपभोक्ता भी पैसे कमा सकते हैं, वेब 3.O ब्लॉकचेन के माध्यम से सोशल मीडिया हैंडल और डेटा किसी भी हाल में हैक नहीं हो सकता है, इस क्षेत्र में सबसे बड़ी क्रांति निजता और सुरक्षा को लेकर ही आई है, ब्लॉकचेन डेटा को सुरक्षित रखने की दिशा में बहुत बड़ी खोज है।
शिक्षण संस्थान, बैंकिंग, अस्पताल किसी भी क्षेत्र में अब डेटा को जल्दी देखा भी जा सकता है और यह सुरक्षित भी रखा जा सकता है। क्रिप्टो करेंसी और ब्लॉकचेन में आपस में संबंध को लेकर अंकुश शर्मा ने बताया कि जैसे यूट्यूब इंटरनेट पर आधारित है लेकिन इंटरनेट यूट्यूब नहीं है, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन के ऊपर आधारित है, क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन का छोटा सा हिस्सा है। अंकुश शर्मा ने साक्षात्कार के दौरान स्मार्ट कांट्रेक्ट जैसे पहलुओं पर भी बात की
शून्य से शिखर तक कहानी
YEZ ग्रुप के संस्थापक अंकुश शर्मा अपने जीवन में दृढ़ संकल्प और नए प्रयोगों के कारण ही सफल उद्यमी और लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने हैं। अंकुश शर्मा ने 11 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया, जिससे उनकी मां को परिवार का भरण-पोषण करने के लिए अमृतसर में नौकरी करनी पड़ी। आर्थिक चुनौतियों को समझते हुए अंकुश ने महज 15 साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया। शुरुआती दिनों में ये शैक्षणिक संस्थानों को डेटा एंट्री और आईटी समाधान प्रदान करते थे। बाद में उन्होंने डायरेक्ट सेलिंग के क्षेत्र में स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ काम करके उल्लेखनीय सफलता हासिल की।
अपने नेतृत्व और परिणामों के लिए पहचाने जाने वाले अंकुश कम उम्र में ही अपने डायरेक्ट सेलिंग करियर के शिखर पर पहुंच गए, डायरेक्ट सेलिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए, अंकुश ने रियल एस्टेट और फिनटेक क्षेत्रों में भारी संभावनाओं की पहचान की। कुल मिला कर शून्य से इन्होंने शुरुआत की और कड़ी मेहनत के बल पर सफल व्यवसाय का निर्माण किया, साधारण शुरुआत से उल्लेखनीय सफलता तक की इनकी यात्रा किसी भी व्यक्ति के लिए प्रेरणा का विषय है। प्रभावशाली तरीके से बोलने की शैली और जटिल अवधारणाओं को सहज तरीके से बताने में माहिर अंकुश शर्मा लोगों को अपनी प्रतिभा से मंत्रमुग्ध कर देते हैं, अंकुश शर्मा ने लोगों को व्यापक ब्लॉकचेन शिक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न पहलुओं का नेतृत्व किया है, वे जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों के लिए सुलभ हैं और हजारों लोगों तक बिना थके शिक्षा पहुंचा रहे हैं।