India News (इंडिया न्यूज), Stocks Market News : आज 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट 2025-26 पेश कर दिया है। वित्त मंत्री की तरफ से इस बजट में कई बड़े ऐलान किए गए हैं। इस बजट की सबसे बड़ी खबर ये है कि नई टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख की तक की आय पर जीरो इनकम टैक्स का ऐलान किया गया है। इसके अलावा किसानों को लेकर भी अच्छी खबर आई है। लेकिन लग रहा है कि इस बजट से शेयर बाजार नखुश नजर आ रहा है। शायद इसी वजह से बजट भाषण शुरू होने के सिर्फ 82 मिनटों में निवेशकों के शेयर बाजार में करीब 2.41 लाख करोड़ रुपये डूब गए। यहीं नहीं बजट भाषण खत्म होते-होते बढ़त बनाए हुए सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में आ जाता है।
बता दें कि सुबह करीब 10.58 बजे बजट भाषण शुरू होने से ठीक पहले बीएसई सेंसेक्स 252.33 अंकों की तेजी के साथ 77,752.9 अंकों पर था। वहीं बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप बढ़कर 426.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।
बजट के दौरान धड़ाम से गिरा शेयर मार्केट
खबरों के मुताबिक बजट भाषण के दौरान सेंसेक्स ने अपनी सारी बढ़त खो दी और दोपहर 12.20 के करीब यह 114.54 अंक नीचे लुढ़ककर 77,386.03 अंक पर कारोबार कर रहे थे। इसके साथ ही बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप भी घटकर 424.44 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। इस तरह सुबह 10.58 से लेकर दोपहर 12.20 तक, बीएसई की लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू में करीब 2.41 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई।
इन शेयर्स में दिखी तेजी
जहां एक तरफ शेयर बाजार गिर गया तो वहीं दूसरी तरफ जोमैटो के शेयरों में सबसे अधिक हलचल देखने को मिली। कारोबार के दौरान जोमैटो का शेयर 7 फीसदी से अधिक उछल गया। मारुति सुजुकी, आईटीसी, टाइटन और HUL के शेयर टाप गेनर्स में शामिल रहे और इनके शेयर्स 4 फीसदी से लेकर 5.5 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।
वहीं इसके उलट लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के शेयर भारी दबाव में रहे और कारोबार के दौरान 4 फीसदी से अधिक टूट गए। पावर ग्रिड,टेक महिंद्रा, टाटा स्टील और अल्ट्राटेक सीमेंट का भी ऐसा ही हाल रहा।
आज सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुबह 11.01 बजे संसद में अपना भाषण शुरू किया। वित्त मंत्री ने कुल 77 मिनट यानी 1 घंटा 17 मिनट लंबा बजट भाषण दिया। यह बजट भाषण दोपहर 12.18 बजे जाकर बंद हुआ।
12 लाख तक नहीं लगेगा कोई टैक्स, अगर इससे एक रुपया भी ऊपर हुआ तो इतनी की जाएगी ‘कर’ वसूली