मुंबई (DGCA Data: Domestic air passenger traffic nearly doubled to 1.25 crore): नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आज जारी किए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने जनवरी में भारत का घरेलू हवाई यात्रीयों की संख्या में दोगुना बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 2022 के जनवरी में यात्रीयों की संख्या 64.08 लाख थी जो अब एक साल के बाद दोगुना होकर 1.25 करोड़ हो गयी है।

  • कैसी रही इंडिगो का परफॉर्मेंस ?
  • डीजीसीए को जनवरी में मिली अधिक शिकायतें
  • अन्य एयरलाइन्स का क्या था हाल ?
  • क्या होता है पीएलएफ फैक्टर ?

कैसी रही इंडिगो का परफॉर्मेंस ?

पिछले महीने जनवरी में, इंडिगो एयरलाइंस के लिए अच्छा नहीं गया। एयरलाइंस ने लगातार पांचवें महीने, अपने घरेलू बाजार में 54.6% की गिरावट देखी। इंडिगो से पिछले महीने 68.47 लाख यात्रियों ने उड़ानें भरी थी। साल 2022 के अगस्त में, इंडिगो एयरलाइंस की बाजार हिस्सेदारी 59.72% थी। हालांकि, इंडिगो ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद एयरपोर्ट से अपनी उड़ानों के औसत पर 84.6 प्रतिशत के साथ जनवरी में ऑन-टाइम परफॉर्मेंस में टॉप किया था।

डीजीसीए को जनवरी में मिली अधिक शिकायतें

डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, नियामक को विभिन्न एयरलाइनों के यात्रियों से दिसंबर की तुलना में उड़ान की समस्याओं, सामान के मुद्दों और कर्मचारियों के व्यवहार के बारे में अधिक शिकायतें मिलीं।

अन्य एयरलाइन्स का क्या था हाल ?

एयर इंडिया से 11.55 लाख, गो फर्स्ट से 10.53 लाख, एयरएशिया इंडिया से 9.30 लाख, स्पाइसजेट से 9.14 लाख, विस्तारा से 11.05 लाख यात्रीयों ने पिछले महीने जनवरी में उड़ाने भरी थीं। अकासा एयर सहित सभी सात घरेलू एयरलाइनों ने जनवरी में क्रमिक रूप से कम पैसिंजर लोड फेक्टर (पीएलएफ) देखने को मिला।

क्या होता है पीएलएफ फैक्टर ?

पीएलएफ या सीट फैक्टर इस बात का पैमाना है कि किसी एयरलाइन की यात्री वहन क्षमता का कितना उपयोग किया जाता है या किसी विमान में सीटों का औसत प्रतिशत भरा जाता है।

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