Railway Ticket Rules 2022: भारतीय रेलवे अब हाईटेक हो चुका है। रेलवे की अधिकतर सेवाएं ऑनलाइन उपलब्‍ध है। बता दें कि टिकट बुकिंग से लेकर टिकट कैंसिलेशन तक सबकुछ ऑनलाइन किया जा सकता है। लेकिन, आज भी रिजर्वेशन काउंटर से खरीदे गए टिकट को यात्रा के समय साथ रखना जरूरी है। अगर यात्री रेलवे टिकट की फोटो को मोबाइल में लेकर यात्रा करना चाहेगा तो ऐसा नहीं हो सकता।

आपको बता दें कि काउंटर टिकट पास नहीं है, तो यात्री को कुछ शर्त पूरा करने पर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। सबसे पहले तो उस शख्‍स को टीटीई के सामने साबित करना होगा कि वो वही यात्री है, जिसके नाम से टिकट बना हुआ है। टीटीई के संतुष्‍ट होने पर उसे टिकट के दाम के साथ कुछ जुर्माना भी चुकाना होगा। इसलिए अगर आप रिजर्वेशन काउंटर से टिकट लेते हैं तो उसे हमेशा अपने पास रखें।

इस वजह से जरूरी है टिकट को अपने साथ रखना

टिकट का फोटो या रेलवे का एसएमएस (Railway SMS) वैलिड नहीं हो सकता। इसका कारण यह है कि काउंटर पर बनवाए गए टिकट को रेलवे की किसी दूसरे काउंटर पर जाकर कैंसिल कराया जा सकता है। टिकट कराने के आधे घंटे तक टिकट कैंसिल करवाकर रेलवे से पैसा वापस लिया जा सकता है। अगर टिकट के फोटो पर ट्रेवल की अनुमति दे दी जाएगी तो रेलवे को दो-तरफा घाटा होगा। एक तरफ तो रेलवे की सीट जाएगी और दूसरी तरफ टिकट कैंसिल होने से पैसा भी जाता रहेगा।

मैसेज से कब कर सकते हैं यात्रा?

आईआरसीटीसी की वेबसाइट (IRCTC Website) या मोबाइल फोन के ऐप (IRCTC App) से टिकट बुक कराने पर टिकट को यात्रा के समय साथ रखना जरूरी नहीं होता। यात्री के मोबाइल फोन पर सीट और बर्थ नंबर के साथ टिकट कंफर्म होने वाले मैसेज को रेलवे वैध टिकट मानता है। यह मैसेज दिखाकर यात्री रेल में सफर कर सकता है।

क्‍या E-Ticket का प्रिंटआउट है जरूरी?

अगर आपके पास ई टिकट है तो आप टीटीई को सिर्फ मैसेज दिखा देते हैं या टिकट का स्‍क्रीनशॉट दिखा देते हैं, तो भी आपका काम बन जाएगा। यानी ई-टिकट के मैसेज या स्‍क्रीनशॉट को रेलवे द्वारा वैध टिकट माना जाता है। शुरू में रेलवे ई-टिकट के प्रिंट आउट पर ही केवल यात्रा करने देता था। लेकिन, ममता बनर्जी जब रेल मंत्री बनी तो 2012 में ही ई-टिकट लेने वालों के लिए टिकट का प्रिंट आउट लेकर चलने की बाध्यता खत्म कर दी गई।