India News (इंडिया न्यूज), India-Pakistan War Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर भारतीय सेनाओं की ओर से निर्णायक प्रहार किए गए हैं। इनमें पाकिस्तान के दो JF-17 और एक F-16 फाइटर जेट के साथ-साथ AWACS विमान को मार गिराना शामिल है। इन कार्रवाइयों से न केवल पाकिस्तान में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी हलचल मच गई है। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत की गई एयर स्ट्राइक और पाकिस्तान के हमलों का करारा जवाब भारत के दृढ़ और निर्णायक रुख को दर्शाता है।
भारत के हमलों और पाकिस्तान को जवाब देने की खबरों का असर एशियाई बाजारों में तेजी के रूप में दिख रहा है। Gift Nifty में करीब 100 अंकों की तेजी दर्ज की गई, जो 23,971 पर कारोबार कर रहा है। जापान का निक्केई 1.32% की बढ़त के साथ 486.01 पर बंद हुआ। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 50 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। हालांकि, साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।
India-Pakistan War Tension: भारत का पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब लेकिन किस करवट जाकर रुकेगा शेयर बाजार
बीते कारोबारी दिन गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। शुरुआती कारोबार में स्थिरता के बाद पाकिस्तान में ड्रोन हमलों की खबर से सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। BSE सेंसेक्स 411.97 अंकों की गिरावट के साथ 80,334.81 पर बंद हुआ, जबकि NSE निफ्टी-50 140.60 अंकों की गिरावट के साथ 24,273.80 पर बंद हुआ।
ग्लोबल संकेत भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक दिख रहे हैं। अमेरिकी बाजार में तेजी के चलते भारतीय बाजार में भी सुधार की उम्मीद है।
भारत के हमलों से पाकिस्तान को दोहरी चोट पहुंची है। पाकिस्तानी शेयर बाजार (Pakistan Stock Market) बुरी तरह प्रभावित हुआ। KSE-100 इंडेक्स 7000 अंक से अधिक गिरने के बाद ट्रेडिंग रोकनी पड़ी। जब पुनः ट्रेडिंग शुरू हुई, तो इंडेक्स 5.89% की गिरावट के साथ 1,03,526.82 पर बंद हुआ।
जंग के मैदान में कूटा…अब इस कूटनीति से भारत रोकेगा पाकिस्तान की IMF फंडिंग? सूख जाएंगे शहबाज के आंसू
पाकिस्तान में पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही बाजार में गिरावट का दौर जारी है। हमले के दिन से अब तक KSE-100 इंडेक्स लगभग 16,000 अंक नीचे आ चुका है। इस गिरावट ने पाकिस्तान के आर्थिक संकट को और गहरा कर दिया है।
ग्लोबल संकेत भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक हैं। एशियाई बाजारों में तेजी और अमेरिकी शेयर बाजार की स्थिरता से भारतीय बाजार में सुधार की संभावना बढ़ गई है। वहीं, पाकिस्तानी बाजार की गिरावट वहां की कमजोर आर्थिक स्थिति और राजनीतिक अस्थिरता को उजागर करती है।
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का प्रभाव न केवल सैन्य बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी साफ दिखाई दे रहा है। भारतीय सेना के कड़े प्रहार और पाकिस्तान के कमजोर आर्थिक हालात ने भारत की स्थिति को मजबूत किया है। आने वाले दिनों में इन घटनाओं का भारतीय शेयर बाजार पर क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।