इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Sovereign Gold Bond): सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने वालों के लिए फिर से खुशी का मौका आया है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की दूसरी सीरीज कल सोमवार 22 अगस्त से खुल रही है। निवेशक इसमें 26 अगस्त तक पैसे लगा सकते हैं। सरकार ने इस बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए 5,197 रुपए प्रति ग्राम का भाव तय किया है।
वहीं यदि आप इसके लिए आनलाइन अप्लाई करते हैं या फिर से डिजिटल पेमेंट करने पर आपको प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। ऐसे ग्राहकों के लिए कीमत 5147 रुपए प्रति ग्राम होगी। 10 ग्राम का भाव इस तरह 51470 रुपए होगा। यह जानकारी रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने दी है।
बता दें कि गोल्ड बॉन्ड की कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक होती है। इसके साथ ही इसे डीमैट के रूप में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च भी नहीं होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में शुद्धता की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती है।
कितना सस्ता मिलेगा गोल्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के अंतर्गत आप 24 कैरेट शुद्ध सोने में निवेश करते हैं। इस स्कीम में यदि आप 5,147 रुपए प्रति ग्राम के हिसाब से 10 ग्राम में निवेश करते हैं तो आपको 51,470 रुपए चुकाने होंगे। वहीं अगर अभी सरार्फा बाजार में सोने की बात करें तो ये 51,802 प्रति 10 ग्राम पर चल रहा है। यानी बाजार के मुकाबले आपको सस्ते में सोने में निवेश का मौका मिल रहा है।
क्या है सॉवरेन गोल्ड स्कीम
रिजर्व बैंक भारत सरकार की तरफ से बॉन्ड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार, न्यासों, विश्वविद्यालयों और ट्रस्ट को ही बेचे जा सकते है। इस स्कीम में कोई इंडिविजुअल और ऌवऋ अधिकतम 4 किलोग्राम तक निवेश कर सकता है। ट्रस्ट एक साल में 20 किलोग्राम तक खरीद सकता है। फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करने के लिए मोदी सरकार नवंबर 2015 में गोल्ड बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50 प्रतिशत का निश्चित ब्याज मिलता है। यह पैसा हर 6 महीने में आपके खाते में पहुंच जाता है। सॉवरेन 8 साल के मैच्योरिटी पीरियड के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता। वहीं अगर आप 5 साल बाद अपना पैसा निकालते हैं तो इससे होने वाले लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के रूप में 20.80% टैक्स लगता है।
ये भी पढ़ें : डंपिंग रोकने की कवायद, आयातित माल के दौरान मूल नियमों में टकराव की स्थिति में एफटीए प्रावधान होगा लागू
ये भी पढ़ें : करोड़ों भारतीयों की पसंद पारले-जी बिस्किुट होगा सस्ता
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube