India News (इंडिया न्यूज)Bilaspur News:छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित एनएसएस कैंप के दौरान हिंदू छात्रों से जबरन नमाज पढ़वाने के मामले में पुलिस ने तत्कालीन एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा को गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल आठ लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कोटा पुलिस दिलीप झा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस अन्य आरोपियों को भी तलाश रही है। पुलिस का दावा है कि दिलीप झा से पूछताछ में अन्य सात आरोपियों के भी ठिकानों का जल्द ही पता चल जाएगा।
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों का गत 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक कोटा क्षेत्र के ग्राम शिवतराई में सात दिवसीय एनएसएस शिविर लगाया गया था। इस शिविर में कुल 159 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 4 छात्र मुस्लिम थे। आरोप है कि 31 मार्च को ईद के दिन सुबह एनएसएस शिविर में शामिल सभी छात्रों को योग के बहाने बुलाया गया।
इस दौरान छात्रों से उनके मोबाइल फोन ले लिए गए। इसके बाद चारों मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाकर नमाज पढ़ने को कहा गया और बाकी नीचे बैठे हिंदू छात्रों को उनकी नकल करने को कहा गया। चूकि किसी भी छात्र के पास मोबाइल नहीं था, इसलिए कोई फोटो या वीडियो नहीं बनाया जा सका। मगर, शिविर से बाहर आकर छात्रों ने एनएसएस शिविर के प्रभारी और अन्य सहयोगियों पर जबरन नमाज पढ़वाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
एनएसएस शिविर में योगा के नाम पर जबरन नमाज पढ़वाने का मामला सामने आने के बाद छात्र संगठन सड़कों पर उतर आए। विद्यार्थी परिषद ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया तो एनएसयूआई भी कार्रवाई की मांग करने लगी। छात्र संगठनों के बढ़ते विरोध और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय ने तत्काल आरोपियों को बर्खास्त कर जांच कमेटी बैठा दी।
दूसरी तरफ पुलिस ने भी इस मामले एनएसएस प्रभारी समेत आठ लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर मामले को शांत करने का प्रयास किया। हालांकि छात्र संगठन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। घटना के एक माह बाद पुलिस को एक आरोपी को दबोचने में सफलता मिली है, जबकि बाकी सात अभी भी फरार हैं।
जबरन नमाज पढ़वाने के आरोपी तत्कालीन एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर की गई। कोटा पुलिस आरोपी से पूछताछ कर मामले की तह तक जाने प्रयास करेगी। साथ ही अन्य आरोपियों का पता लगाने की कोशिश होगी।