India News (इंडिया न्यूज), CG Encounter: छत्तीसगढ के दुर्ग जिले में पुलिस ने एक बड़े एनकाउंटर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश को मार गिराया। अमित जोश पर 35 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे, जिसमें मारपीट, हत्या और अवैध हथियारों से फायरिंग जैसे अपराध शामिल थे। अमित, जो कि केवल 14 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में आया था, पुलिस के लिए एक चुनौती बना हुआ था।
35,000 रुपये का ईनामी बदमाश
सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 3 को किया ढेर
25 और 26 जून 2024 की रात अमित ने बाइक सवार दो युवकों पर पिस्टल से फायरिंग की, जिसमें दोनों घायल हो गए। इस घटना के बाद से वह फरार चल रहा था, और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 35,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस को सूचना मिली कि अमित भिलाई में कहीं छुपा हुआ है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जयंती स्टेडियम के पास उसका पीछा किया। अमित अपने एक साथी के साथ बाइक पर था, लेकिन पुलिस को देखकर उसने भागने का प्रयास किया और अपने पास रखे पिस्टल से पुलिस पर दो फायर किए। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें अमित के पैर और सीने में गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
अमित जोश का एनकाउंटर दुर्ग जिले के अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश
इससे पहले दुर्ग पुलिस ने 2001 से 2010 के बीच तीन अन्य एनकाउंटर किए थे, जिनमें अन्य कुख्यात अपराधियों को मारा गया था। 2001 में अंजोरा में सुखविंदर सिंह उर्फ सोक, 2005 में भिलाई में गोविंद विश्वकर्मा और 2010 में जामुल में नक्सली नागेश और उसकी पत्नी ताराबाई को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया था। अमित जोश का यह एनकाउंटर दुर्ग जिले के अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है कि अपराध करने वालों को कानून से बच पाना मुश्किल है। पुलिस की तत्परता और उसके ठोस कदमों से क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
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