India News (इंडिया न्यूज), CG Naxal: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस और प्रशासन को बड़ी सफलता मिली है। जिले में पीएलजीए बटालियन नंबर 01 में सक्रिय 9 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें 2 नक्सली दंपति समेत 4 महिलाएं और 5 पुरुष शामिल हैं। इन सभी ने सुकमा एसपी किरण चौहाण और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले इन सभी नक्सलियों पर कुल 52 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पण का कारण
छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति और नियद नेल्लाना योजना से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने हथियार छोड़ने का फैसला किया। साथ ही, पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा आंतरिक इलाकों में लगातार नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना और बढ़ते पुलिस दबाव के चलते ये नक्सली मुख्यधारा में लौट आए।
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किन नक्सलियों ने किया समर्पण?
2 पुरुष और 4 महिला नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
1 महिला नक्सली पर 2 लाख रुपये का इनाम था।
2 अन्य महिला नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था।
कौन-कौन सी एजेंसियां रहीं अहम भूमिका में?
इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित करने में डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), नक्सल सेल, आसूचना शाखा, थाना चिंतागुफा, 2 वाहिनी सीआरपीएफ और 204 कोबरा वाहिनी की अहम भूमिका रही।
नक्सलवाद खत्म करने की ओर एक और कदम
सुकमा जिले में यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। नक्सली गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों में *सुरक्षा बलों का प्रभाव बढ़ रहा है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जो भी नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उन्हें सरकार की पुनर्वास योजना का लाभ दिया जाएगा। आत्मसमर्पण से यह साबित होता है कि नक्सलवाद कमजोर हो रहा है और पुलिस व सुरक्षा बलों का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।