India News (इंडिया न्यूज़),CG Veena Sahu Story: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के छोटे से गांव जमरूवा की रहने वाली वीणा साहू ने जीवन में बड़ा मुकाम हासिल करते हुए मिलिट्री अस्पताल, अंबाला में लेफ्टिनेंट का पद संभाल लिया है। देश के जवानों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहीं वीणा अपने संघर्ष और सफलता की कहानी से सभी को प्रेरित कर रही हैं।
किसान परिवार से आती हैं वीणा साहू
वीणा पांच बहनों में दूसरी हैं और एक साधारण किसान परिवार से आती हैं। उनके पिता गांव में छोटी कपड़े की दुकान चलाते हैं और खेती के जरिए परिवार का भरण-पोषण करते हैं। तमाम आर्थिक चुनौतियों और समाज की आलोचनाओं के बावजूद उन्होंने अपनी बेटियों को शिक्षित करने का संकल्प लिया। लोगों की सलाह थी कि बेटियों की शादी कर दी जाए, लेकिन पिता और बेटियों ने इन बातों को नजरअंदाज कर पढ़ाई पर ध्यान दिया।
बेटियों को लेकर वीणा साहू ने ये कहा
वीणा की तीन महीने की ड्यूटी के बाद घर लौटने पर पूरे गांव ने उनका भव्य स्वागत किया। फूल-मालाओं और मिठाइयों के साथ गांव में खुशी का माहौल था। पिता और बेटी की नम आंखों में गर्व झलक रहा था। वीणा का कहना है कि बेटियों को आत्मनिर्भर बनना चाहिए और बड़े सपने देखने चाहिए। आज वीणा अपने परिवार और गांव का नाम रोशन करने के साथ-साथ उन लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं, जो अपने सपनों को लेकर संघर्ष कर रही हैं। उनकी सफलता ने यह साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।